नई दिल्ली: कांग्रेस ने झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के प्रमुख बाबूलाल मरांडी द्वारा भाजपा में अपनी पार्टी के विलय की घोषणा किए जाने के कुछ देर बाद सोमवार को दावा किया कि इस पार्टी का जल्द ही उसके साथ विलय होगा। मरांडी के खिलाफ बगावत करने वाले पार्टी के दो विधायकों प्रदीप यादव और बंधु टिर्की ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह तथा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में कहा कि झाविमो (पी) के ज्यादातर पदाधिकारियों ने रविवार को बैठक की जिसमें कांग्रेस में विलय करने का निर्णय हुआ।
दरअसल, यादव और टिर्की का कहना है कि चुनाव में झाविमो (पी) के तीन विधायक चुने गए थे और इनमें से दो कांग्रेस के साथ आ गए हैं, ऐसे में उनका धड़ा ही असली झाविमो (पी) है। आरपीएन सिंह ने कहा, ‘‘जल्द एक तिथि तय कर झाविमो का कांग्रेस में विलय होगा। हमने राहुल गांधी जी से आग्रह किया है कि इस अवसर पर वह मौजूद रहें और इस आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।’’
यह पूछे जाने पर कि असली झाविमो (पी) कौन है और क्या कांग्रेस इस पार्टी के एक विधायक को अयोग्य ठहराने की मांग करेगी तो सिंह ने कहा, ‘‘यह विधानसभा का अधिकार क्षेत्र है। मैं इसपर क्या कह सकता हूं।’’ यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘विधानसभा अध्यक्ष या चुनाव आयोग सदन से बाहर की संख्या नहीं देखते हैं। वे सदन के भीतर की संख्या देखते हैं। हमारे तीन विधायक जीते थे और इनमें से दो कांग्रेस के साथ जा रहे हैं।’’
उधर, रांची में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी वाली एक रैली में मरांडी ने भाजपा में अपनी पार्टी के विलय का ऐलान किया। शाह ने भाजपा में शामिल होने के लिए मरांडी और उनके समर्थकों का स्वागत किया। कांग्रेस पर विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़ी अमित शाह की कथित टिप्पणी से जुड़े सवाल पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘अमित शाह जी ‘पोचिंग गुरु’ हैं। वह ‘पोचिंग यूनिवर्सिटी’ के कुलपति हैं। देश के गृह मंत्री विधायकों की पोचिंग कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’’