कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज फिर मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार संविधान पर सीधा हमला कर रही जो देखना दुखद है. उन्होंने कहा कि कि हम भले ही हार जाएं लेकिन सत्य की रक्षा करते रहेंगे और संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है.
राहुल गांधी देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के आज 133वें स्थापना दिवस के मौके़ पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संभोधित कर रहे थे. राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद ये कांग्रेस का पहला स्थापना दिवस समारोह है. सुबह राहुल ने पार्टी मुख्यालय पर झंडा फहराया. इस मौक़े पर आज देशभर में कांग्रेस की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सच का साथ दिया है, आज के समय में बाबा साहेब अंबेडकर का दिया हुआ संविधान ख़तरे में है, उस पर हमला हो रहा है. ये देखना दुखद है लेकिन हमारा कर्तव्य है कि हम संविधान की रक्षा करें.
राहुल ने बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी लगातार झूठ के साथ आगे बढ़ रही है, बीजेपी की ओर से कांग्रेस के खिलाफ हमले हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम भले ही हार जाएं, लेकिन सच का साथ नहीं छोड़ेंगे.
राहुल गांधी 16 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने हैं. राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद ही गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजे आए थे. हालंकि कांग्रेस ने गुजरात में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन हिमाचल में बुरी तरह हार गई. इन चुनावों में कांग्रेस ने काफी लंबे समय बाद वापसी की है, 2014 में देश में लगातार चुनावों में बीजेपी की एकतरफा जीत होती आई थी. लेकिन इन चुनावों में मुकाबला कांटे का रहा था. राहुल ने खुद इस बात को स्वीकारते हुए कहा था कि हमने चुनावों में बीजेपी की नींद खराब कर दी थी.
राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस पार्टी में बड़े बदलावों की संभावना है. पार्टी में युवा चेहरों को तरजीह मिलेने की उम्मीद है.
कुछ ऐसा रहा है कांग्रेस का इतिहास
कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में 1885 में हुई थी. ए ओ ह्यूम, दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा इसके संस्थापकों में शामिल थे. 1947 में आजादी के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई. आज़ादी से लेकर 2016 तक, 16 आम चुनावों में से, कांग्रेस ने 6 चुनाव पूर्ण बहुमत से जीता हैं और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया. भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं. पहले जवाहरलाल नेहरू थे और हाल ही में मनमोहन सिंह थे. 2014 के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आजादी से अब तक का सबसे खराब आम चुनावी प्रदर्शन किया और 543 सदस्यीय लोकसभा में केवल 44 सीट जीतीं.