नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कांग्रेस पर मध्य प्रदेश में किसानों के आंदोलन को भड़काने और उसका राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया तथा हिंसा प्रभावित मंदसौर के राहुल गांधी के प्रस्तावित दौरे को फोटो खिंचवाने का एक और अवसर करार दिया।
नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस को भावनाएं भड़काने की जगह स्थिति सामान्य बनाने में मदद के लिए अधिक परिपक्व और जिम्मेदार रख अपनाना चाहिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कांग्रेस की इस मांग को भी खारिज कर दिया कि मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों के मारे जाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा दे देना चाहिए।
विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने 12 जुलाई, 1998 को मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में हुई उस घटना की याद दिलाई, जब कथित तौर पर पुलिस फायरिंग में 24 किसान मारे गए थे और आदेश तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दिया था। उन्होंने पूछा कि तब ओलावृष्टि से फसल को हुए नुकसान का मुआवजा मांग रहे किसानों की मौत के बाद दिग्विजय ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया था। नायडू ने कहा, क्या तब कांग्रेस अध्यक्ष ने पीडि़त किसानों से मुलाकात की थी।
उन्होंने मध्य प्रदेश के किसानों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार कुछ कृषि उत्पादों के मूल्य में गिरावट के मुद्दे से निपटने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है। नायडू ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। यह मध्य प्रदेश में हिंसा को भड़का रही है, उसे हवा दे रही है।
मंत्री ने कहा, अब कांग्रेस उपाध्यक्ष अपनी फोटो अवसर यात्रा के रूप में घटनास्थल का दौरा करना चाहते हैं जैसा कि वह नियमित तौर पर करते रहते हैं। नायडू ने चौहान को सर्वाधिक किसान हितैषी मुख्यमंत्री करार देते हुए कहा कि उन्होंने राज्य में वर्तमान स्थिति पर नियंत्रण के लिए त्वरित कदम उठाए।
नायडू ने सिंचित क्षेत्र का दायरा बढ़ाने और पर्याप्त बिजली एवं बीज उपलब्ध कराने सहित किसान कल्याण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कुछ कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, कुछ फसलों का उत्पादन उम्मीद से अधिक है और इसीलिए मूल्यों में गिरवाट है। सरकार समस्या के समाधान की कोशिश कर रही है। मैं उनसे अपील करता हूं कि कृपया सरकार के साथ सहयोग कीजिए, दहशत पैदा करने और स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश ना करें।
किसानों की ऋण माफी की मांग के संदर्भ में नायडू ने कहा कि ऋण माफी राज्य सरकारों की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि किसानों को स्थिति से बाहर निकालने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार दीर्घकालिक कदमों पर काम कर रही हैं।
मंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार ने यह कर दिया है, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकार ने भी। अब महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि राज्य में सबसे बड़ी ऋण माफी होगी लेकिन कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल अब भी लोगों को भड़काना चाहते हैं।