इंदौर: मॉनसून की भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित मध्यप्रदेश को मदद देने के मामले में केंद्र सरकार पर सौतेले बर्ताव का आरोप लगाते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस ने रविवार को भाजपा को "भारतीय झूठी पार्टी" कहकर निशाना साधा। इसके साथ ही, इस मुद्दे पर कल सोमवार को प्रदेशस्तरीय विरोध प्रदर्शन की घोषणा की। प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा, "भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित बिहार और कर्नाटक को तो केंद्र सरकार के खजाने से तुरंत मदद दे दी गयी। लेकिन केंद्र सरकार इस मामले में मध्यप्रदेश के साथ सौतेला बर्ताव कर रही है और प्रदेश को केंद्र से 6,621.28 करोड़ रुपये की सहायता राशि अब तक नहीं मिली है।"
ओझा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मध्यप्रदेश के नवम्बर 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार का बदला आपदा की घड़ी में सूबे के उन किसानों से ले रही है जिनकी फसलें भारी बारिश और बाढ़ से बर्बाद हो गयी हैं। उन्होंने सवाल किया, "किसानों को राहत की रकम भिजवाने के लिये सूबे में भाजपा के 28 लोकसभा सदस्य और 107 विधायक केंद्र से गुहार क्यों नहीं लगा रहे? राज्य से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री भी इस मुद्दे पर खामोश क्यों हैं? भाजपा दरसअल "भारतीय झूठी पार्टी" है।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मध्यप्रदेश के साथ केन्द्र सरकार के कथित भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ सोमवार को सूबे के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा जायेगा। रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई करने वाले तहसीलदार को बीच सड़क पर रोककर उसके साथ मारपीट और गाली-गलौज के मामले में राज्य के पन्ना जिले की पवई विधानसभा सीट से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी को अदालत ने दो साल कैद की सजा सुनायी है। इसके बाद प्रदेश विधानसभा ने भाजपा विधायक की सदस्यता खत्म कर दी है।
ओझा ने कहा, "अगर पवई सीट पर उपचुनाव होता है, तो हम इसे उसी तरह जीतेंगे, जिस तरह हमने हाल ही में झाबुआ विधानसभा सीट के उपचुनाव में विजय हासिल की है।" भाजपा नेताओं का आरोप है कि सूबे की कमलनाथ सरकार के राज में गरीबों को बिजली के भारी-भरकम बिल थमाये जा रहे हैं। कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष ने इस पर पलटवार करते हुए दावा किया, "आम लोगों के साथ ही भाजपा के कई विधायक भी हमारी सरकार की योजना के तहत सस्ती बिजली आपूर्ति का लाभ ले रहे हैं।"