मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल ने सत्ताधारी गठबंधन में साझेदार शिवसेना की उस पोस्टर को लेकर आलोचना की जिसमें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिवंगत बाल ठाकरे के सामने झुकते दिखाया गया है ।
कांग्रेस नेता ने इन दिनों पाकिस्तानी हस्तियों को निशाना बना रही शिवसेना से यह भी पूछा कि भाजपा की अगुवाई वाली राजग के सत्ता में आने के बाद जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मौजूदगी में शपथ-ग्रहण समारोह चल रहा था, उस वक्त उसने अपने सांसदों को मंत्री पद की शपथ क्यों लेने दी ।
पाटिल ने कहा कि राष्ट्रपति देश के संवैधानिक प्रमुख हैं और पोस्टर में उनका अपमान किया गया ।
विवादित पोस्टर में इस्तेमाल की गई तस्वीर उस वक्त ली गई थी जब प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति चुनाव के समय दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो से मिलने गए थे ।
पाटिल ने कहा, प्रणब मुखर्जी एक बुजुर्ग व्यक्ति का आशीर्वाद लेने की परंपरा का पालन कर रहे थे, किसी के सामने झुक नहीं रहे थे ।
उन्होंने कहा कि शिवसेना अपना प्रभाव जमाने के लिए ऐसे पोस्टरों का इस्तेमाल कर रही है । उन्होंने कहा, यदि यह इतना ही राष्ट्रवादी है तो शिवसेना सांसद अनंत गीते ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सामने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ क्यों ली ? इस तरह अपनी हताशा जाहिर करने की बजाय, शिवसेना को राज्य और केंद्र की सरकारों से इस्तीफा दे देना चाहिए ।
पाटिल ने मांग की कि राष्ट्रपति को बदनाम करने पर भाजपा को शिवसेना के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जबकि शिवसेना को माफी मांगनी चाहिए ।