मुंबई: माकपा के इस साल अप्रैल में होने वाली पार्टी कांग्रेस से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चह्वाण ने माकपा नेता प्रकाश करात से अपील की है कि वह देश हित में कांग्रेस के साथ ‘‘गठबंधन नहीं’’ करने के अपने प्रस्ताव पर पुनर्विचार करें। माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य करात से अपील करते हुए चह्वाण ने कहा कि वह कांग्रेस के साथ ‘‘गठबंधन नहीं करने और सहयोग नहीं करने’’ के अपने प्रस्ताव पर फिर से विचार करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ किसी भी मतभेद को हमेशा सुलझाया जा सकता है।
अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले भाजपा विरोधी दलों को अपने साथ लाने के कदम के तहत चह्वाण ने भारिप बहुजन महासंघ अध्यक्ष एवं दलित नेता प्रकाश अंबेडकर से कहा कि वह अपने कांग्रेस विरोधी विचार को त्याग दें। कांग्रेस नेता ने प्रकाश को बी आर अंबेडकर के बाद दलितों का सबसे विद्वान नेता करार दिया।
राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण एक मामले में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने पिछले महीने पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक के दौरान कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का प्रस्ताव पेश किया था जो मतविभाजन में गिर गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ब्लॉग में लिखा है, ‘‘मैं उनसे (करात से) केवल आग्रह कर सकता हूं कि वह अप्रैल में होने वाली पार्टी कांग्रेस से पहले देशहित में इस पर पुनर्विचार करें। पार्टी के सत्र में उनका यह प्रस्ताव या तो अनुमोदित होगा अथवा खारिज कर दिया जाएगा।’’
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी लिखा है, ‘‘बाबा साहेब अंबेडकर के बाद, प्रकाश अंबेडकर सबसे विद्वान दलित नेता के रूप में उभर रहे है।’’ उन्होंने कहा कि वह इस बात से आश्वस्त हैं कि प्रकाश करात और प्रकाश अंबेडकर यह अंतर करने में सक्षम हैं कि दुश्मन कौन है।