नयी दिल्ली: लोकसभा में मंगलवार को राफेल विमान सौदे के मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों ने भारी हंगामा किया और संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने एवं प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की। हालांकि, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर झूठ बोलकर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को जनता की आंखों में धूल झोंकने की बजाय आंखों में आंख डालकर राजनीति करनी चाहिए। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रदर्शन करने के कांग्रेस सदस्यों के तरीके पर नाराजगी जताते हुए इसे ‘स्तरहीन’ करार दिया। स्पीकर ने राफेल मुद्दे पर दोबारा चर्चा कराने से मना किया।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल मुद्दे पर संसद में चर्चा हो चुकी है। उच्चतम न्यायालय ने अपना फैसला दे दिया है। उन्होंने कहा कि कैसी विडंबना है कि इसके बाद भी वह :कांग्रेस: बार बार असत्य बोल रही है और जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। स्वस्थ राजनीति के लिये जनता की आंखों में धूल झोंकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा, ‘‘उन्हें जनता की आंखों में धूल झोंकने की बजाए जनता की आंखों में आंख डालकर राजनीति करनी चाहिए।’’ इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि हम राफेल मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिये कार्य स्थगन प्रस्ताव लाए । यह गंभीर मामला है और इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराना चाहते हैं। प्रधानमंत्री क्यों डर रहे हैं?
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले से जुड़ी कैग रिपोर्ट को लीक कर दिया गया है। खडगे ने कहा कि राफेल सौदे में छुपाने का प्रयास चल रहा है और जेपीसी से जांच कराने पर सचाई सामने आ जायेगा। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शोर शराबा कर रहे कांग्रेस सदस्यों से कहा कि रोज तो इस विषय को उठा रहे हैं। इस पर चर्चा हो गई है और हर रोज चर्चा नहीं हो सकती है। प्रधानमंत्री इस विषय पर जवाब भी दे चुके हैं।
कांग्रेस सदस्यों ने शून्यकाल के दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद सदन से वाकआउट भी किया। वहीं, आज सुबह सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कराया। कांग्रेस के सदस्य राफेल विमान सौदे में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। संबंधित मंत्रियों ने इस हंगामे के बीच ही पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये। इसी बीच कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी तेज हो गयी और वे पिछले दिनों एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित राफेल मामले से संबंधित खबर की की प्रतियां सदन में दिखाने लगे। इसमें से एक पोस्टर पर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग भी लिखी गई थी।