जयपुर: भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने मंगलवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं एक आधिकारिक पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं, लेकिन मैंने सुना है कि बसपा के सभी विधायक और कांग्रेस के 20 से 25 विधायक खुश नहीं हैं। आहुजा ने इम मामले पर इससे ज्यादा बोलने से इंकार करते हए कहा कि मैं इस पर आगे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के सभी 25 सीटों पर हार के बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर नाराजगी जताई थी जिसके बाद प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों एवं विधायकों ने मांग की है कि इस चुनावी शिकस्त के लिए जवाबदेही तय होनी चाहिए। सूत्रों के मुताबिक गांधी ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नामों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन नेताओं ने पार्टी से ज्यादा अपने बेटों को महत्व दिया और उन्हीं को जिताने में लगे रहे।
पार्टी के कुछ पदाधिकारियों और नेताओं ने पार्टी की स्पष्ट सलाह के बावजूद लोकसभा चुनाव में करारी हार के लिये आत्ममंथन और विस्तृत विश्लेषण की मांग उठाकर इस संकट को हवा देने का काम किया है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक सचिव की राय है कि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को अशोक गहलोत की जगह मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए क्योंकि दरअसल उन्होंने पांच साल तक जो कड़ी मेहनत की उसी की वजह से विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत हासिल हुई। जयपुर से पार्टी उम्मीदवार और जयपुर की पूर्व मेयर ने भी खराब चुनावी प्रबंधन पर अपना विरोध जताते हुए कहा कि इसी के चलते उनकी हार हुई। उन्होंने जयपुर सीट पर विस्तृत विश्लेषण की मांग की है।