श्रीनगर: राजभवन के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को कहा कि श्रीनगर के मेयर पद के लिए एक व्यक्ति विशेष का पक्ष लिए जाने के कथित आरोप से जुड़ी राज्यपाल सत्यपाल मलिक की टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर और गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव स्वतंत्र तथा निष्पक्ष तरीके से हो रहे हैं। राजभवन के प्रवक्ता एक न्यूज चैनल पर मलिक के साक्षात्कार का हवाला दे रहे थे जिसमें कथित तौर पर राज्यपाल ने संकेत दिया था कि ‘‘विदेश में शिक्षा ग्रहण करने वाला’’ व्यक्ति श्रीनगर नगरपालिक परिषद का मेयर बनने जा रहा है।
प्रवक्ता का कहना है कि राज्यपाल के प्रशासन ने एक स्वर में यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में चल रहे शहरी तथा ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो रहे हैं और उनका परिणाम जनता के हाथों में है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पिछले तीन दिन में, जब से राज्यपाल ने दिल्ली में टीवी चैनल को साक्षात्कार दिया है, तभी से उस चैनल और अन्य चैनलों द्वारा बार-बार साक्षात्कार के एक ही हिस्से को तोड़-मरोड़ कर दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि राज्यपाल ने पहले से ही तय कर लिया है कि श्रीनगर का अगला मेयर कौन होगा।’’
उन्होंने कहा, राज्यपाल ने सिर्फ इतना कहा था कि उन्हें इस बारे में थोड़ी सूचना है कि फलां व्यक्ति के मेयर बनने की संभावना बन सकती है और अगर ऐसा हुआ तो यह कुछ राजनीतिक दलों को असहज कर देगा। उन्होंने कहा, दो स्थानीय दलों द्वारा चुनावों के बहिष्कार के प्रभाव पर चर्चा के दौरान यह संभावना कुछ वक्त तक मीडिया में चर्चा का विषय रही। यह संभावित परिणाम के संबंध में सामान्य बयान था। प्रवक्ता ने कहा, किसी भी सूरत में राज्यपाल के बयान को इस रूप में नहीं देखा जा सकता है कि उन्होंने श्रीनगर का मेयर तय कर लिया है या फिर वे चुनाव प्रक्रिया में शामिल हैं।