जम्मू: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मुस्लिमों के लिए एक अलग राज्य की मांग की आज निंदा की। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘‘जम्मू कश्मीर कभी भी हमारे देश के विभाजन में एक पक्ष नहीं था और न ही हमने धार्मिक आधार पर विभाजन का समर्थन किया। एक राज्य के रूप में हमने दूसरा विकल्प चुना, लेकिन दुर्भाग्य से अब भी कीमत चुका रहे हैं। मैं ऐसे किसी बयान की निंदा करती हूं जिसमें भारत में मुस्लिमों के लिए एक अलग राज्य की मांग की गई हो।’’
उन्होंने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया लेकिन जाहिर तौर पर उनका बयान जम्मू कश्मीर के डिप्टी ग्रैंड मुफ्ती नासिर उल इस्लाम के बयान के संदर्भ में है।
नासिर उल इस्लाम ने कल आरोप लगाया था कि देश में मुस्लिम दयनीय जीवन जी रहे हैं और उन्हें भारत में अलग राज्य की मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कहा था कि भारतीय मुसलमानों को हिंदुस्तान से अलग हो जाना चाहिए। हिंदुस्तान में मुसलमान बहुत बुरी हालत में रह रहे हैं, सरकार मुसलमानों की नहीं सुनती। इतनी बात कहने के बाद मुफ्ती साहब ने कहा कि इसका एक ही इलाज है कि मुसलमानों को हिंदुस्तान से अलग हो जाना चाहिए।
डिप्टी मुफ्ती यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि 17 करोड़ की आबादी पर पाकिस्तान बन गया, हम तो 20 करोड़ है।