चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू के बीच डीजीपी विवाद सुलझ गया है। पंजाब सीएम ऑफिस ने पंजाब सरकार की और से आईपीएस अफसरों के नामों का पैनल यूपीएससी को अप्रूवल के लिए भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू में सहमति बनी है कि जो भी नाम यूपीएससी से अप्रूव होकर आएगा वो नाम पंजाब सरकार और पंजाब कांग्रेस संगठन को मंजूर होगा। अब सिर्फ एडवोकेट जनरल के नाम पर पेच फंसा है जिस पर फैसला कांग्रेस आलाकमान की सहमति पर लिया जाएगा।
आपको बता दें कि कल सीएम चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लंबी बैठक हुई थी। ये बैठक दो घंटे तक चली लेकिन बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। सिद्धू अपनी मांग पर अड़े रहे और चन्नी अपनी...आखिरकार बैठक बेनतीजा खत्म हुई। हां सूत्र बताते हैं कि मीटिंग में सरकार चलाने के लिए 3 सदस्यों की कमेटी बनाने पर सहमति बन गई है। इस कमेटी में सीएम चन्नी, सिद्धू और कांग्रेस पर्यवेक्षक हरीश चौधरी होंगे। मीटिंग में सिद्धू को बता दिया गया था कि एडवोकेट जनरल और डीजीपी को हटाने की मांग नहीं मानी जाएगी।
इस बीच पंजाब कैबिनेट की बैठक 4 अक्टूबर को बुलाई गई है। पहले चन्नी ने कहा था कि कैबिनेट की बैठक हर मंगलवार को होगी लेकिन इसे एक दिन पहले ही बुलाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि कैबिनेट मीटिंग में उन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी जिन मुद्दों को सिद्धू ने कल की बैठक में उठाया था।