लखनउ : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वर्ष हाई स्कूल तथा इण्टर मीडियेड की परीक्षा पास करने वाले 595 मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप लैपटॉप वितरित करने के बाद दावा किया कि उनकी सरकार ने नि:शुल्क लैपटॉप उपलब्ध कराकर शिक्षा के क्षेत्र में गैरबराबरी को दूर करने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने यूपी बोर्ड के साथ ही सीबीएसई तथा आईसीएसई की परीक्षाओं में अपनी मेधा का परिचय देने वाले 595 छात्रों को लैपटॉप देने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, सरकार अब तक प्रदेश के 15 लाख से अधिक विद्यार्थियों को नि:शुल्क लैपटॉप उपलब्ध करा चुकी है। यह उनकी आगे की पढाई में सहायक सिद्ध हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इस योजना से लाभान्वित छात्र-छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और उनमें तकनीकी के प्रति व्याप्त भय समाप्त हुआ है।
अखिलेश ने कहा कि नि:शुल्क लैपटॉप वितरण योजना ने समाज में मौजूद भेदभाव को खत्म किया है और गांव तथा दूर दराज के क्षेत्रों के छात्र भी इसके जरिए अपना भविष्य बेहतर बनाने की दिशा में आगे बढ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में जब उनकी सरकार ने बारहवीं पास छात्रों को नि:शुल्क लैपटॉप देने का फैसला किया तो समाजवादी सरकार विरोधियों ने इसका मजाक उड़ाया था। लेकिन अब अन्य राज्य सरकार भी इसकी वकालत करने लगी हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर शिक्षा, तकनीकी और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में उठाये गये कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार लक्ष्य हर क्षेत्र में प्रदेश को सबसे आगे ले जाना है।
अखिलेश ने इस अवसर पर अपनी सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं तथा कानून एवं व्यवस्था मजबूत करने के लिए उठाए गये कदमों की भी चर्चा की।