मुंबई: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के दो दिन पहले दिए गए बयान पर कांग्रेस ने गुरुवार को उनसे पूछा कि वह साफ करें कि अयोध्या में राम मंदिर के साथ-साथ बाबरी मस्जिद का निर्माण होगा या नहीं। भागवत ने कहा था कि हिंदू राष्ट्र का मतलब यह नहीं कि इसमें मुस्लिमों के लिए जगह नहीं है।
दिल्ली में आरएसएस के तीन दिवसीय सम्मेलन में भागवत ने मंगलवार को कहा था, “हिंदू राष्ट्र का मतलब यह नहीं कि इसमें मुस्लिमों के लिए स्थान नहीं है। जिस दिन ऐसा कहा जाएगा, उस दिन वह हिंदुत्व नहीं रह जाएगा। हिंदुत्व वसुधैव कुटुम्बकम की बात करता है।” सम्मेलन के दौरान बुधवार को पूछे गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में भागवत ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर यथाशीघ्र बनना चाहिए।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता रत्नाकर महाजन ने गुरुवार को भागवत पर चुनाव करीब होने के कारण राम मंदिर का मुद्दा उठाने का आरोप लगाया। महाजन ने कहा, “चुनाव करीब आते ही राम मंदिर का मुद्दा उठने लगता है। भागवत को यह स्पष्ट करना चाहिए कि जिस मस्जिद को गिराया गया था उसका निर्माण राम मंदिर के साथ-साथ होगा या नहीं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान की गई भागवत की टिप्पणियां ‘‘कमजोर’’ और ‘‘बचकानी’’ थीं।