अहमदाबाद: केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर करारा हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी और उनका भाषण लिखनेवाले भी होमवर्क नहीं करते। रविशंकर प्रसाद ने इंग्लैंड के गार्जियन अखबार में छपी खबर का हवाला देते हुए बताया कि राहुल गांधी ने अमेरिकी राजदूत से कहा था कि भगवा आतंकवाद लश्कर-ए-तैयबा पर भी भारी है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भगवा को कभी आतंकवाद की संज्ञा नहीं दी जा सकती। भगवा भारत की संस्कृति का परिचायक है। भगवा तो तिरंगे का रंग भी है।
रविशंकर प्रसाद आज इंडिया टीवी के कॉन्क्लेव में चुनाव मंच में सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब घोटाले ही घोटाले होते थे लेकिन आज हिंदुस्तान बदल रहा है। यहां स्टार्पअप, मुद्रा, उज्जवाला, मेकइन इंडिया जैसी अनेक योजनाएं हैं जो देश के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं।
एक जवाब के दौरान कश्मीर का जिक्र करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 'आज कश्मीर में लश्कर का हर कमांडर एक महीने के अंदर मारा जा रहा है और राहुल गांधी सैनिकों की शहादत का सबूत मांगते हैं। हिंदुस्तान की परंपरा रही है सेना की शहादत का सबूत नहीं मांगते हैं। लेकिन राहुल गांधी सबूत मांगते हैं।'
पाटीदार आरक्षण पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पाटीदार समाज का मैं सम्मान करता हूं, आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 8 फैसले हैं जिसमें 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण नहीं दे सकते। अब राहुल गांधी ने कौन सा फॉर्मूला निकाला है उन्हें जनता को बताना चाहिए। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कपिल सिब्बल मंत्री रहे हैं बड़े वकील रहे हैं। अगर सही राय देते तो 2जी गोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला नहीं होता।
उन्होंने कहा कि गुजरात में बीजेपी ऐतिहासिक और निर्णायक जीत होगी। मंदिर में जाने से पहले राहुल गांधी आरती कैसे होती है इसका अभ्यास भी कर लें। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अमित शाह बूथ लेवल के कार्यकर्ता थे और आज पार्टी के अध्यक्ष हैं। राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी बूथ लेवल के कार्यकर्ता थे और केंद्र में मंत्री बने। जहां तक कांग्रेस की बात है तो वहां परिवार के लोग ही अध्यक्ष बनते रहे हैं।