लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि उनका भविष्य में देश का प्रधानमंत्री बनने का कोई सपना नही है और वह अपने प्रदेश में ख़ुश हैं।
अखिलेश यहां इंडिया टीवी ने पूरे दिन चलने वाले अपने मेगा कॉन्क्लेव ‘चुनाव मंच’ में सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपी-कांग्रेस गठबंधन का पूरा ध्यान विधानसभा चुनाव पर है। 2019 के लोकसभा चुनाव पर बात करना अभी जल्दबाज़ी होगी। इस चुनाव में गठबंधन 300 से ज़्यादा सीट जीतेगा।
कांग्रेस के सात यूपी में चुनावी गठबंधन पर पिता और सपा के संस्थापक मुलायम सिंह की असहमति पर अखिलेश ने कहा कि ''गठबंधन पर नेता जी की सहमति भी थी और नाराजगी भी।''
पिता के साथ विश्वासघात के आरोप पर अखिलेश ने कहा कि सपा आज भी नेता जी की है। पिता और पुत्र के संबंध नहीं बदलते।
अखिलेश ने कहा कि पिछले कुछ समय से पार्टी में जो कुछ हुआ वो राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से हुआ लेकिन अब सब ठीक है।
मुसलमानों के समर्थन के बारे में उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को उनकी आबादी के हिसाब से हक़ देने की कोशिश की है। मुस्लिम मतदाता समाजवादी पार्टी के साथ ही रहेंगे। उन्होंने मुज़फ़्फरनगर के दंगों पर अफसोस ज़ाहिर करते हुए आरोप लगाया कि कुछ ताक़ते आज भी मुज़फ़्फरनगर के दंगों पर आज भी माहौल ख़राब करने की कोशिश हो रही है।
अखिलेश यादव ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कानून की धज्जियां उड़ायीं, वे ही आज सूबे की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं और भ्रष्टाचार की बात करने वाली बसपा मुखिया मायावती के ऐसे बोल खुद में एक अजूबा हैं।
अखिलेश ने कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर अपनी सरकार की विफलता के विपक्षियों के आरोपों से जुड़े सवाल पर कहा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) को देख लीजिये, उन्होंने कानून-व्यवस्था पर कितनी कृपा की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष :केशव मौर्या: भी ऐसे ही हैं। वे खुद पर पर लगी धाराओं के बारे में लोगों को क्यों नहीं बताते। जिन्होंने खुद कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ायी हों, वे ही कानून-व्यवस्था की बात कर रहे हैं।
राज्य में क़ानून व्यवस्था की ख़राब स्थिति के आरोप पर अखिलेश ने कहा कि कानून की धज्जियां उड़ाने वाले कानून व्यवस्था की बात कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र ने राज्य में कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए पुलिस के आधुनिकीकरण का पैसा रोका।
शिवपाल यादव की चुनाव के बाद नयी पार्टी बनाने की घोषणा पर सपा प्रमुख ने कहा कि शिवपाल ने अगर नयी पार्टी बनाई तो सपा से उनकी सदस्यता ख़त्म हो जाएगी।