अहमदाबाद: शंकर सिंह वाघेला का दावा है कि उन्होंने कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहा और उन्होंने कांग्रेस आला कमान से कहा था कि वह चुनाव में 90 से ज़्यादा सीटें जितवा सकते हैं लेकिन उनकी नहीं सुनी गई. उन्होंने कहा, ''मैंने कांग्रेस को दिया ही है, लिया कुछ नही.''
शंकर सिंह वाघेला आज यहां इंडिया टीवी के मेगा शो चुनाव मंच में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि बिना होमवर्क के गुजरात में बीजेपी को हराना बहुत मुश्किल है. उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए पहले से तैयारी करनी पड़ती है जो कांग्रेस ने नहीं की हालंकि उन्होंने पार्टी आलाकमान को इस बारे में 9 महीने तक समझाया. उन्होंने कहा कि आज किसी भी पार्टी में डेमोक्रेसी नहीं है. उन्होंने कहा कि 2012 में कांग्रेस आलाकमान की गलती की वजह से पार्टी बहुमत हासिल नहीं कर पाई.
बीजेपी ने की थी लोससभा सीट की पेशकश
वाघेला ने दावा किया कि 2014 के चुनाव में बीजेपी ने उन्हें किसी भी लोकसभा से लड़ने पेशकश की थी लेकिन उन्होंने ख़ारिज कर दिया था. ''मैंने कभी भी जनता को धोखा नहीं दिया.''
कांग्रेस से निकलकर जन विकल्प पार्टी बनाने वाले वाघेला ने कहा कि उन्होंने अहमद पटेल को हराने के लिए कांग्रेस नहीं तोड़ी. ''मेंने कांग्रेस को दिया ही है, लिया कुछ नही. मैं किसी की बी टीम नहीं हूं."
उन्होंने कहा कि अलग पार्टी बनाने वाले भी सरकार बनाते हैं, आम आदमी पार्टी और तृड़मूल कांग्रेस इसका उदाहरण है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी को बहुमत नहीं मिला तो वह किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन उसी पार्टी की सरकार बनाने में मदद करेंगे जो उनकी पार्टी के दस सू्त्रीय कार्यक्रम को लागू करेगी. रोटी, कपड़ा और मकान पर GST खत्म करने वाली पार्टी का समर्थन करेंगे.
विकास एक रुटीन प्रक्रिया है
विकास के सवाल पर वाघेला ने कहा कि गुजरात में विकास एक रुटीन प्रक्रिया है जिसे रोका नही जा सकता. उन्होंने कहा कि विकास गुजरातियों के ख़ून में है.
उन्होंने कहा कि विकास एक रुटीन प्रक्रिया है जैसे एक 15 साल का बच्चा 20 होकर विकास करता है, उसकी दाढ़ी-मूंछे निकल आती हैं.
राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव पर शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि राज्य की जनता ने 1960 से कांग्रेस को वोट दिया था लेकिन जब उनकी अपेक्षाएं पूरी नहीं हुईं तो वे बीजेपी की तरफ चले गए और आज भी उनकी अपेक्षाएं पूरी नही हुई और विकल्प के रुप में हम मौजूद हैं.