भोपाल: मध्य प्रदेश के चित्रकूट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शंकर दयाल त्रिपाठी को 14,333 वोटों से हरा दिया है। चित्रकूट उपचुनाव में हार को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट के जरिए कहा कि वह चित्रकूट उपचुनाव में जनता के निर्णय को शिरोधार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि जनमत ही लोकतंत्र का असली आधार है। शिवराज ने जनता के सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया और विश्वास दिलाया कि चित्रकूट के विकास में किसी भी तरह की कमी नहीं होगी।(आसियान सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ में हिस्सा लेने फिलीपीन्स रवाना हुए पीएम मोदी)
मतगणना आज सुबह 8 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई। इस सीट पर नौ नवंबर को उपचुनाव हुआ था। एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतगणना के सातवें दौर के खत्म होने पर चतुर्वेदी 15,000 मतों से आगे चल रहे थे। जबकि 14वें दौर की मतगणना पूरी होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर 16,082 वोटों की मजबूत बढ़त बना ली थी। उपचुनाव में 65 प्रतिशत मतदान हुआ था। कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह (65) के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव आवश्यक हो गया था। चित्रकूट सीट के लिए हुए उपचुनाव के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में थे लेकिन मुख्य मुकाबला चतुर्वेदी और त्रिपाठी के बीच ही माना जा रहा था।
गौरतलब है कि चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 3 दिन तक चित्रकूट में चुनाव प्रचार के लिए आए थे। इसीलिए इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की हार को मुख्यमंत्री शिवराज के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि इस जीत का मध्य प्रदेश विधानसभा के समीकरणों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि कांग्रेस ने अपनी ही सीट पर दोबारा कब्जा किया है।