चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने शनिवार को कहा कि अमृतसर ट्रेन हादसे के पीड़ितों के साथ मृत्यु की घटना में भी धोखा किया गया है। पार्टी का कहना है कि पीड़ितों को दिए गए चेक बाउंस होने लगे हैं। इसके साथ ही पार्टी ने आरोप लगाया कि इस दर्दनाक हादसे के 20 दिन गुजर जाने के बाद भी आयोजकों के खिलाफ राज्य सरकार ने मामला दर्ज नहीं करवाया है। SAD की मांग है कि प्रत्येक पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
पार्टी के नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने शनिवार को कहा कि जो कुछ थोड़े चेक पीड़ित परिवार को जारी किए गए हैं वे भी अब बाउंस होने लगे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार के मंत्री नवजोत सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर की आलोचना की और कहा कि वे झूठी चिंता जाहिर कर रहे हैं। वल्टोहा ने एक बयान में कहा, ‘हम पीड़ित परिवारों के साथ किए जा रहे अमानवीय व्यवहार की निंदा करते हैं।’ उन्होंने प्रत्येक पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की।
वल्टोहा ने कहा कि गरीब होने के कारण कांग्रेस सरकार को पीड़ितों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद बात है कि हादसे के 20 दिन बीत जाने के बाद भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। आपको बता दें कि अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास 19 अक्टूबर को दशहरा के मौके पर रावण-दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से 60 लोगों की मौत हो गई थी, और कई अन्य घायल हो गए थे।