नयी दिल्ली: अच्छी एवं सकारात्मक खबरों के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि सोशल मीडिया पर लोग कई बार मर्यादाएं भूल जाते हैं, ऐसे में एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में सभी का कर्तव्य है कि इस प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म का इस्तेमाल गंदगी फैलाने के लिये नहीं करने का संकल्प लें। वाराणसी में पार्टी के विभिन्न विभागों के कार्यकर्ताओं के साथ नरेंद्र मोदी एप के माध्यम से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सोशल मीडिया पर कभी कभी लोग मर्यादाएं भूल जाते हैं। किसी भी झूठी बात को सुना और उसे शेयर कर देते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कई बार तो उसे सुनते भी नहीं हैं। कई लोग ऐसे ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जो सभ्य समाज में अस्वीकार्य है, शोभा नहीं देता है। महिलाओं के खिलाफ भी ऐसे शब्दों का इस्तेमल करते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘यह किसी राजनीतिक दल की बात नहीं है। यह सवा सौ करोड़ लोगों का विषय है। ऐसे में हम संकल्प लें कि इस सोशल प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म का उपयोग कभी भी गंदगी फैलाने के लिये नहीं करेंगे ।’’ उन्होंने कहा कि स्वछता अभियान भी दिमागी स्वच्छता से जुड़ा है।
उन्होंने कहा, 'मोहल्ले में तू-तू मैं-मैं हर देश में होता होगा। पहले कभी गांव में किसी को भनक तक नहीं लगती थी। मैं तो कभी-कभी हैरान हो जाता हूं कि आज दो पड़ोसियों की लड़ाई को भी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जाता है और वह नैशनल न्यूज बन जाती है।' प्रधानमंत्री आगे कहा कि कोशिश होनी चाहिए कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सकारात्मक चीजों के लिए किया जाए।‘‘ हमारे पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने कहा था कि देश में सकारात्मक खबरों का माहौल तैयार किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि नकारात्मक खबरों से लोगों में निराशा का भाव उत्पन्न होता है। जब प्रकाश फैलेगा तब निराशा के लिये कोई जगह नहीं होगी। मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बदलते भारत की तस्वीर लोगों को दिखाने के लिये मोबाइल से छोटे छोटे वीडियो तैयार करें और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करें। उन्होंने जोर दिया कि आज भारत के हर गांव में बिजली पहुंची है, भारत सबसे अधिक तेज गति से बढने वाली अर्थव्यवस्था है। ऐसे में हमारे पास भी कुछ है जो लोगों में गर्व का भाव भर सकता है। उन्होंने 'टीम काशी' के समन्वय पर जोर दिया।