नई दिल्ली. कांग्रेस पार्टी के दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी आज सीएम पद की शपथ लेंगे। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चंडीगढ़ में होने वाले चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। वह सुबह 10.30 बजे चंडीगढ़ पहुंचेंगे। बता दें कि इससे पहले सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ANI ने जानकारी दी थी कि राहुल गांधी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना नहीं है। लेकिन अब खबर आ रही है कि राहुल गांधी इस समारोह में शामिल हो रहे हैं। चरणजीत सिंह चन्नी आज पंजाब के 16वें सीएम के रूप में शपथ लेंगे।
आपको बता दें कि पंजाब में कई महीनों से नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चले आ रहे बवाल के बाद कैप्टन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद कैप्टन ने कहा कि उन्होंने अपमानित महसूस किया। उन्हें पिछले दो महीने में तीन बार केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया। अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को रविवार को पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना गया। वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जो राज्य का मुख्यमंत्री बनेंगे। अट्ठावन वर्षीय चन्नी आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
सिद्धू ने की चन्नी की पैरवी
चन्नी के चयन से पहले पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चलने की चर्चा थी, हालांकि ऐन मौके पर कांग्रेस आलाकमान ने चन्नी के नाम पर मुहर लगाई। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी के नाम की जोरदार पैरवी की और फिर राहुल गांधी ने दिल्ली में सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेताओं के साथ लंबी मंत्रणा के बाद चन्नी के नाम को मंजूरी दी।अमरिंदर सरकार में मंत्री थे चन्नी
चन्नी दलित सिख (रामदसिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की। वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे।
पंजाब में 30 फीसदी दलित
विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश में है। प्रदेश में 30 प्रतिशत से अधिक दलित आबादी है। कांग्रेस का यह कदम इस मायने में महत्वपूर्ण है कि भाजपा ने पहले कहा था कि पंजाब में उसकी सरकार बनने पर दलित को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। बसपा के साथ गठबंधन करने वाली शिरोमणि अकाली दल ने दलित उप मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया है। आम आदमी पार्टी भी दलित समुदाय को लुभाने के लिए लगातार प्रयासरत है।