चंडीगढ़ में छेड़ख़ानी के मामले के आरोपी हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुभाष बराला के पुत्र विकास बराला की हालंकि आनन फ़ानन ज़मानत हो गई है लेकिन मामले ने सिर्फ राजनीतिक तूल पकड़ लिया है बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसकी ख़ूब चर्चा हो रही है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सोसल मीडिया पर इस धटना की निंदा करते हुए पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को कटघरे में खड़ा किया है वहीं हरियाणा में वाट्सअप ग्रुपों और सोशल मीडिया पर विकास बराला को लेकर तरह-तरह के व्यंग किए जा रहे हैं।
पेश है व्यंगो कुछ बानगी:
- मोदी का विकास चंडीगढ़ पहुंचा
- ऐसा विकास कहीं और न कीजो
- बेटी बचाओ लेकिन ये तो बताओ किससे?
- पापा कहते हैं बेटा बड़ा नाम करेगा
-बेटी बचाने वालों बेटा बचाने के लिए ताक़त झोंक दी
ग़ौरतलब है कि ये घटना श के हाईटेक शहरों में से एक चंडीगढ़ में हुई इस मामले में खादी और खाकी दोनों सवालों के घेरे हैं क्योंकि पीड़त एक आईएएस अफसर की बेटी है तो आरोपी सत्ताधारी पार्टी के बड़े ओहदे पर बैठे नेता का बेटा।
हरियाणा के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त आशीष पर शराब पीकर लड़की से छेड़छाड़ का आरोप है। शराब, सियासत, पैसा और सत्ता का नशा विकास बराला पर किस कदर सवार था इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि इसने देश के सबसे मजफूज़ माने जाने वाले शहरों में से एक चंडीगढ़ में लड़की का पीछा कई किलोमीटर तक किया।
किसी तरह से खुद को बचाते हुए इस लड़की ने कार के अंदर से 100 नंबर डायल कर पुलिस को कॉल किया। शिकायत मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस मौके पर पहुंच गई। लड़की का पीछा कर रहे दोनों लड़कों को काबू किया गया और सलाखों के पीछे भेज दिया गया। लेकिन वक्त पर पहुंचकर वाह वाही बटोरने वाली पुलिस की अब सवालों के घेरे में हैं। आरोप है कि पुलिस वालों ने पहले आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किय लेकिन जैसे ही विकास बराला के सत्ताधारी पार्टी के रसूखदार नेता का बेटा होने का पता चला जानबूझकर विकास पर से संगीन आरोपों की फेहरिस्त हटा दी और आईपीसी की मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर थाने से ही जमानत दे दी।