चंडीगढ़/नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के कार्यक्रम में शामिल होंगे। लेकिन उससे पहले कैप्टन ने पंजाब के सभी विधायकों और सांसदों को चाय पर बुलाया है और उसके बाद सभी मिलकर सिद्धू की ताजपोशी के कार्यक्रम में जाएंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया एडवाइजर की तरफ से यह जानकारी दी गई है।
कैप्टन के मीडिया एडवाइजर की तरफ से कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने पंजाब कांग्रेस के सभी विधायकों और सांसदों को शुक्रवार सुबह 10 बजे चंडीगढ़ में स्थित पंजाब भवन में चाय पर आमंत्रित किया है। मीडिया एडवाइजर की तरफ से कहा गया है कि चाय के बाद सब लोग मिलकर पंजाब कांग्रेस भवन जाएंगे औरप वहां पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नई टीम के पदभार कार्यक्रम में शामिल होंगे।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए सिद्धू लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सिद्धू को अध्यक्ष पद देने के खिलाफ थे और इसी वजह से कई दिनों से कांग्रेस पार्टी की पंजाब इकाई में घमासान मचा हुआ था। लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी के बावजूद शीर्ष नेतृत्व ने सिद्धू को अध्यक्ष बनाया है और साथ में 4 कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं।
अध्यक्ष बनने के बाद सिद्धू ने पंजाब में शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया है और बुधवार को सिद्धू पार्टी के कई विधायकों को अपने साथ अमृतसर लेकर गए थे जहां उन्होंने स्वर्ण मंदिर में माथा टेका। सिद्धू कैंप की तरफ से दावा किया गया था कि 65 विधायक उनके साथ गए थे लेकिन कैप्टन गुट के लोगों का कहना था कि 40-45 विधायक गए थे।
बता दें कि, सिद्धू मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ की जगह लेंगे। सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच पिछले कुछ समय से तकरार चल रही है। अमृतसर (पूर्व) के विधायक ने हाल में मुख्यमंत्री पर बेअदबी के मामलों को लेकर निशाना साधा था। मुख्यमंत्री राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सिद्धू की नियुक्ति के भी खिलाफ थे। सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह उनसे तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि सिद्धू उनके खिलाफ अपने ‘‘अपमानजनक’’ ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगते हैं।
सूत्रों ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) में पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के कड़े विरोध के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। गांधी ने अगले विधानसभा चुनावों में सिद्धू की सहायता के लिए चार कार्यकारी अध्यक्षों संगत सिंह गिलजियां, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल, कुलजीत सिंह नागरा को भी नियुक्त किया था। बता दें कि, पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के कुल 80 विधायक हैं।