अमेठी (उत्तर प्रदेश): दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को कहा कि परिसरों को ‘राजनीति का अखाड़ा’ नहीं बनाया जाना चाहिए। पत्रकारों ने ईरानी से जेएनयू परिसर में हिंसा के बारे में पूछा, जिस पर उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले भी कहा था और अब भी दोहरा रही हूं कि शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि इससे हमारे विद्यार्थियों की जिंदगी और प्रगति प्रभावित होती है।’’
अमेठी की सांसद ने कहा, ‘‘मैं आशा करती हूं कि विद्यार्थियों को राजनीतिक मोहरे की तरह इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले की जांच शुरू हो गई है और ऐसे में उस पर टिप्पणी करना मेरे लिए उचित नहीं होगा क्योंकि मैं संवैधानिक पद पर आसीन हूं।’’
रविवार रात को जेएनयू परिसर में नकाबपोश व्यक्तियों ने लाठी-डंडों और छड़ों से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों पर हमला किया एवं संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा जिसने फ्लैग मार्च किया। विश्वविद्यालय परिसर में करीब दो घंटे तक अराजकता का माहौल रहा। इस हिंसा में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइसी घोष समेत कम से कम 28 लोग घायल हो गए।