भोपाल: मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार मंगलवार को होने के संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री बनने के लगभग तीन माह बाद रविवार दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संभावित मंत्रियों की सूची के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा ओर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से लंबी चर्चा की। राज्यपाल लाल जी टंडन की खराब सेहत को देखते हुए राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मप्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
माना जा रहा है कि मंगलवार को आनंदी बेन पटेल शपथ ले सकती हैं। ऐसे में इस बात की संभावना को बल मिला है कि कल मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। दरअसल लॉकडाउन के पहले चरण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी टीम में सिर्फ पांच मंत्रियों को भी शामिल कर पाए थे जिनमें से तीन भाजपा कोटे से और दो सिंधिया कोटे के मंत्री थे। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। वहीं, दोपहर में सीएम शिवराज ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की जहां सिंधिया ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 30 लाख रुपये भी दिए। माना जा रहा है दोनों नेताओं से बातचीत के बाद शिवराज सिंह चौहान के संभावित मंत्रिमंडल के नाम पर सहमति बन चुकी है।
मध्यप्रदेश का संभावित मंत्रिमंडल विस्तार
मंत्रिमंडल विस्तार में इनको मिल सकती है जगह- सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में 25 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। इनमें सिंधिया समर्थकों की तादाद 9 और भाजपा कोटे के 15 मंत्री रहेंगे।
9 को मिल सकता है दल-बदल का इनाम-
कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सिंधिया समर्थक छह लोगों में से दो को शिवराज पहले मंत्रीमंडल विस्तार में जगह दे चुके है वहीं बाकी के चार पूर्व मंत्रियी के साथ ही सिंधिया समर्थक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वाले 9 पूर्व विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। इनमें डॉक्टर प्रभु राम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, इमरती देवी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं। इसके अलावा बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंसाना, राजवर्धन सिंह, हरदीप सिंह डंग और रणवीर सिंह जाटव का नाम शामिल बताया जा रहा है।
5 नए चेहरे-
अरविंद सिंह भदोरिया, चेतन कश्यप ,मोहन यादव का नाम सूची में शामिल होने की जानकारी मिली है। जबकि भोपाल में रामेश्वर शर्मा का पेंच विश्वास सारंग के साथ फंसा हुआ है। विश्वास सारंग पुर्व शिवराज सरकार में भी मंत्री राह चुके है। इंदौर में भी रमेश मेंदोला या मालिनी गौड़ में से एक को अंतिम सूची में लिया जा सकता है।
13 बीजेपी के पूर्व मंत्रियों को फिर से मौका मिलने की चर्चा-
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक शिवराज के पूर्व मंत्रिमंडल में शामिल वरिष्ठ सदस्यों को फिर से मंत्री बनाए जाने का संघ और संगठन स्तर पर भारी दबाव है। ऐसे मंत्रियों की संख्या क़रीब 13 है। इनमें गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, राजेंद्र शुक्ला, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, संजय पाठक, अजय विश्नोई, नागेंद्र सिंह, हरिशंकर खटीक, बृजेंद्र सिंह और जगदीश देवड़ा शामिल हैं।