नई दिल्ली: सामान्य वर्ग के लोगों को आर्थिक आधार पर शिक्षा एवं रोजगार में आरक्षण देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक को लेकर बुधवार को राज्यसभा में कुछ दिलचस्प दावे सुनने को मिले। सरकार ने जहां इसे मैच ‘जिताने वाला’ छक्का बताया वहीं बसपा ने दावा किया कि यह छक्का सीमा पार नहीं जा पाएगा।
उच्च सदन में संविधान (124 संशोधन) विधेयक पर हुई चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि यह विधेयक सरकार के लिए अंतिम गेंद पर मैच जिताने वाला छक्का साबित होगा।
बाद में चर्चा में भाग लेते हुए बसपा नेता सतीशचन्द्र मिश्रा ने सरकारी क्षेत्र में रोजगार के बेहद कम अवसर होने की ओर ध्यान दिलाया और इस विधेयक को एक ‘छलावा’ बताया। उन्होंने कहा कि कानून मंत्री प्रसाद ने इसे मैच जिताने वाला छक्का बताया था। किंतु यह छक्का बाउंड्री (सीमा) भी नहीं पार कर पाएगा। उन्होंने कहा कि इस विधेयक का हश्र फिल्म ‘लगान’ जैसा ही होगा।
मिश्रा ने कहा कि कि उत्तर प्रदेश में हाथी (बसपा का चुनाव चिन्ह) और साइकिल (सपा का चुनाव चिन्ह) ने हाथ मिला लिए हैं। उन्होंने कहा कि दो दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों की नव वर्ष पर मुलाकात के बाद से ही सरकार दहशत में आ गई और रातों रात यह विधेयक तैयार किया गया।