लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (BSP) छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की अगुवाई वाली जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के साथ गठबंधन करके आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। बसपा मुखिया मायावती ने यहां जोगी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह ऐलान करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके जोगी ही इस गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।
मायावती ने कहा कि गठबंधन को लेकर उनकी राय स्पष्ट है कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ तभी गठबंधन करेगी जब उसे समझौते के तहत सम्माजनक संख्या में सीटें मिलें। साथ ही उसकी सोच बसपा की ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय‘ की सोच से भी मेल खाती हो।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने इन दोनों बातों पर गम्भीरता से गौर करने के बाद छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है। समझौते के तहत छत्तीसगढ़ की 35 सीटों पर बसपा और 55 सीटों पर जोगी की पार्टी चुनाव लड़ेगी। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के लिए दोनों पार्टियां संगठित चुनाव अभियान चलाएंगी, जिसकी रूपरेखा जल्द ही तैयार कर ली जाएगी। कुछ ही दिनों में वहां दोनों पार्टियों की संयुक्त रैली होगी।
बसपा प्रमुख ने एक सवाल पर कहा कि उनकी पार्टी तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ही भाजपा को छत्तीसगढ़ में रोकने में सक्षम है, लेकिन अगर कुछ और क्षेत्रीय पार्टियां हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहेंगी, तो हम उनका भी सहयोग लेंगे। मायावती ने कहा कि जहां तक छत्तीसगढ़ का सवाल है तो वहां पिछले 15 साल से भाजपा की सरकार है। वहां उसने दलितों, गरीबों और आदिवासियों के लिये कोरी घोषणाओं के सिवा और कोई काम नहीं किया है। उनका तथा अजीत जोगी दोनों का ही मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की उपेक्षा को दूर करने के लिए एक मजबूत क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और नेतृत्व की आवश्यकता है।
जोगी ने इस मौके पर कहा कि बसपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का छत्तीसगढ़ में मजबूत जनाधार है। दोनों दलों के साथ आने से इस राज्य के गरीब, दलित, आदिवासी, अन्य पिछड़ा वर्ग, धार्मिक अल्पसंख्यक तथा मेहनतकश समाज संगठित होगा। साथ ही संतुलित तथा स्थानीय लोगों के विकास के लिए भारी बहुमत से सरकार बनाएगा।