नई दिल्ली. NCP के मुखिया शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। दोनों के बीच ये मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। मुलाकात किस विषय को लेकर अभी ये स्पष्ट नहीं है जिस वजह से अटकलें तेज हैं। शरद पवार कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले थे, आज उन्होंने पीएम से मुलाकात की। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस मीटिंग में महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा हुई होगी। हालांकि सरकार के सूत्रों का कहना है कि ये मीटिंग सहकारी समितियों को लेकर थी, लेकिन पीएम के साथ शरद पवार के एक घंटे तक मिलने के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
बैठक के बाद शरद पवार की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्र हित से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की। पवार ने एक ट्वीट में कहा, "देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राष्ट्र हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।" इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात की एक तस्वीर साझा की थी।
कहा ये भी जा रहा है कि इस बैठक में आगामी संसद सत्र को लेकर चर्चा हुई होगी। राजनीतिक जानकारों का ये भी कहना है कि जिस तरह से शरद पवार ने कृषि कानून, फिर 2024 के चुनाव में विकल्प के तौर पर नेतृत्व करने और राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार होने पर यू टर्न ले लिया है, उस से ये भी कयास लगाए जा रहे है कि क्या एनसीपी बीजेपी से परोक्ष या अपरोक्ष रूप से सुलह कर सकती है।
हाल फिलहाल में NCP के नेता लगातार जांच एजेंसियों के रडार पर हैं कुछ पर एक्शन भी शुरू हुआ है। नए सहकारिता मंत्रालय से महाराष्ट्र में सहकारिता के राजनीति के बादशाह कहे जाने वाले एनसीपी को दिक्कतें भी हो सकती हैं। ऐसे में ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है।
ज्ञात हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को शरद पवार और पूर्व रक्षा मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए के एंटनी से मुलाकात की थी। इस बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में भारत की सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध से जुड़े ताजा पहलुओं पर चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी शुक्रवार को पवार से मुलाकात की थी। यह मुलाकातें इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है। शरद पवार की गिनती देश के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं में होती है। 80 वर्षीय पवार के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अच्छे संबंध भी हैं। पिछले दिनों उन्होंने कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। उनकी इस कवायद को विपक्षी एकता मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे पवार ने राज्य की शिव सेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन वाली महा आघाड़ी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।