नई दिल्ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस द्वारा भीमराव अंबेडकर के योगदान को 'दबाने' की कोशिश के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा भले ही अंबेडकर को 'गले लगाने के लिए' बेताब है लेकिन उनका जीवन, विचारधारा और कार्य भाजपा की विचारधारा को खारिज करते हैं। चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा, "भाजपा बाबा साहेब अंबेडकर को गले लगाने के लिए बेताब हो सकती है लेकिन अंबेडकर की जिंदगी, काम और उनका लेखन व्यापक रूप से उन सभी विचारधाराओं को खारिज करते हैं जिस पर भाजपा की बुनियाद टिकी है।"
उन्होंने कहा, "वह (पूर्व प्रधानमंत्री) जवाहरलाल नेहरू थे, जिन्होंने डॉ. अंबेडकर को संविधान का मसौदा तैयार करने की समिति का नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया था। बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिभा के लिए इससे बड़ी कोई सम्मान नहीं हो सकता।"
मोदी ने गुरुवार को गुजरात में एक प्रचार रैली में कहा था कि 'लोग गांधी परिवार की तुलना में अंबेडकर से अधिक प्रभावित हैं। उनकी मृत्यु के बाद एक विशेष परिवार ने उनके विचारों को दबाने की कोशिश की। भारत के लिए उनके योगदान को कम किया गया लेकिन ये लोग उन्हें लोगों के मन-मस्तिष्क से नहीं मिटा सकते थे।'
इससे एक दिन पहले मोदी ने कहा था, "जब कांग्रेस पर पंडित नेहरू का व्यापक प्रभाव हो गया था तो कांग्रेस ने अंबेडकर को संविधान सभा में शामिल करने में कठिनाई पैदा करने की कोशिश की और कांग्रेस ने कभी अंबेडकर को भारत रत्न प्रदान करने के बारे में नहीं सोचा।"