Highlights
- झड़प के बाद पूरे इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
- त्रिपुरा के कुल 20 नगर निकायों में से 7 पर सत्तारूढ़ बीजेपी ने निर्विरोध जीत हासिल कर ली है।
- नगर निकाय चुनावों से कुछ दिन पहले हुई इस झड़प में घायल हुए लोगों में 2 पुलिसकर्मी भी शामिल।
अगरतला: त्रिपुरा में खोवई जिले के तेलियामुरा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के समर्थकों के बीच हुई झड़प में कम से कम 19 लोग घायल हो गए, जिसके बाद इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पुलिस ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में नगर निकाय चुनावों से कुछ दिन पहले हुई इस झड़प में घायल हुए लोगों में 2 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। घटना के बाद प्रशासन को तेलियामुरा नगर परिषद के वॉर्ड संख्या 13,14 और 15 में धारा 144 लगानी पड़ी।
गुरुवार देर रात जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तेलियामुरा उपसंभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) मोहम्मद सज्जाद पी ने आज जारी आदेश में तेलियामुरा नगर परिषद के वार्ड 13,14 और 15 में धारा 144 लगा दी। यह आदेश 24 नवंबर तक लागू रहेगा।’ अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि कालीतिला इलाके में बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे उस वक्त यह विवाद शुरू हुआ, जब TMC कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे और बीजेपी कार्यालय के पास पहुंच गए। उन्होंने बताया कि दोनों दलों के समर्थक आमने-सामने आ गए, जिस कारण झड़प हुई।
चक्रवर्ती ने कहा, ‘अचानक से, टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा समर्थकों पर हमला कर दिया जिन्होंने जवाब में हमला किया।’ चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस ने दोनों गुटों को शांत करने की कोशिश की लेकिन उसे स्थिति नियंत्रित करने के लिए ‘मामूली बल’ का और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। उन्होंने बताया कि 2 पुलिसकर्मी समेत 19 लोग झड़प में घायल हुए। घटना के सिलसिले में तेलियामपुरा पुलिस थाने में 3 मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने कहा कि 2 मामले टीएमसी कार्यकर्ता अनिर्बान सरकार के पिता ने दर्ज कराए हैं जिसे चोट आने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चक्रवर्ती ने बताया कि पुलिस ने हत्या का प्रयास, जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाने और गैर कानूनी तरीके से सभा करने के आरोपों में एक अलग मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि सरकार समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 4 को अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां से इन्हें 30 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सरकार को अस्पताल में भर्ती होने की वजह से अदालत में पेश नहीं किया जा सका।
टीएमसी की वरिष्ठ नेता सुष्मिता देव ने आरोप लगाया कि 25 नवंबर को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के शीर्ष अदालत के निर्देशों के बावजूद उनकी पार्टी के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं। इन आरोपों को खारिज करते हुअ, बीजेपी प्रवक्ता नवेंदु भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्यों ने किसी TMC कार्यकर्ता पर हमला नहीं किया क्योंकि वे राज्य में उनके राजनीतिक प्रतिद्ंवद्वी हैं ही नहीं। नगर निकाय चुनाव 25 नवंबर को होंगे। राज्य के कुल 20 नगर निकायों में से 7 पर सत्तारूढ़ बीजेपी ने निर्विरोध जीत हासिल कर ली है।