नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के साथ शिवसेना के गठबंधन की वजह से दोनो पार्टियां धर्मसंकट में पड़ती नजर आ रही है। शुक्रवार को संसद में भोपाल से सांसद और भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ने अपने उस बयान को लेकर माफी मांग जिसमें गोडसे को राष्ट्रभक्त बताया गया था, लेकिन साथ में राहुल गांधी के उस बयान को लेकर निशाना साधा जिसमें राहुल गांधी ने साध्वी प्रज्ञा को आतंकवादी कहा था। संसद में भारतीय जनता पार्टी यहां ही नहीं रुकी बल्कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से कहा कि गोडसे को देशभक्त बताने वाली पार्टी शिवसेना के साथ मिलकर तो कांग्रेस ने महाराष्ट्र में सरकार बना ली।
भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए कहा कि उनकी पार्टी और प्रधानमंत्री महात्मा गांधी का सम्मान करते हैं। लेकिन महाराष्ट्र में जिस शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाई है, उस शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त है, और कांग्रेस ने सत्ता के लालच उस शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाई है। निशिकांत दूबे ने कहा कि यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है और इसके लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।
निशिकांत दूबे ने कहा कि राहुल गांधी ने महिला सांसद को लेकर जो बात कही उस बात को लेकर राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी से माफी की मांग को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने कहा कि संसद के बाहर दिए गए किसी भी बयान की जिम्मेदारी संसद की नहीं है।