नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राफेल सौदे पर सरकार के खिलाफ 'निराधार आरोप' लगाने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का एक प्रस्ताव पेश किया। भाजपा सांसद प्रह्लाद जोशी ने एक बयान में कहा, "चर्चा के दौरान, उन्होंने राफेल सौदे के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर और निराधार आरोप लगाए।"
राफेल विमान की कीमत 520 करोड़ से 1,600 करोड़ रुपये कैसे हुई?
राहुल ने अपने भाषण के दौरान कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(राजग) के कार्यकाल में प्रति विमान की कीमत 520 करोड़ रुपये थी, लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस गए तो 'कुछ जादुई शक्ति' की वजह से प्रति विमान कीमत 1,600 करोड़ रुपये हो गई। बयान के अनुसार, "राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री के दबाव में, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने देश से झूठ बोला।
पीएम ने डोकलाम मुद्दे पर चीन के साथ सौदा कर सेना को धोखा दिया
राहुल ने इसके साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री ने डोकलाम के मुद्दे पर चीन के साथ सौदा करके खुद की सेना को धोखा दिया।" बयान के अनुसार, राहुल गांधी का बयान निराधार, दुर्भावना से ग्रस्त और प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री को बदनाम करने की कोशिश है। यह सदन के सदस्यों को भटकाने के लिए किया गया।