चंडीगढ़: बीजेपी महासचिव तरुण चुघ ने बृहस्पतिवार को आसन्न विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब में कथित तौर पर अव्यवस्था और अस्थिरता पैदा करने के लिये कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस में घिनौनी लड़ाई ने न केवल राज्य में शासन को पंगु बना दिया है, बल्कि इसने राष्ट्रीय सुरक्षा को जोखिम में भी डाल दिया है। चुघ ने एक बयान में कहा, “पंजाब की सीमा पर आईएसआई की योजना बहुत स्पष्ट है और गैर-जिम्मेदार कांग्रेस सरकार ने इसे जटिल बना दिया है।”
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस इस स्थिति को बरकरार रहने देती है तो इससे राज्य में कानून-व्यवस्था की गंभीर समस्या पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग द्वारा पंजाब के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक पर लगातार हमले ने राज्य पुलिस का मनोबल गिराया है। उन्होंने कहा, “यह पंजाब के लिए बेहद खतरनाक स्थिति है जिससे लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है।”
चुघ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के भीतर संगठनात्मक संकट ने पंजाब को एक अस्थिर राज्य बना दिया है और यह समय है कि लोग निर्णायक रूप से पार्टी को बाहर का रास्ता (सत्ता से) दिखाएं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य मंत्रिमंडल में, पंजाब में माफिया राज कायम रखने के लिए दागी मंत्रियों को शामिल किया गया है और दूसरी ओर कुछ मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, जबकि उनके कार्यालयों और विभागों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।"
मंगलवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के कुछ घंटों बाद, रजिया सुल्ताना ने पार्टी के वरिष्ठ नेता के प्रति एकजुटता दिखाते हुए राज्य के कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ दिया था। सिद्धू के अचानक इस्तीफा देने से पार्टी की पंजाब इकाई नए संकट में घिरती नजर आ रही है। इससे पहले कांग्रेस ने चरनजीत सिंह चन्नी को प्रदेश कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना था। उन्हें 20 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।