मुंबई: महाराष्ट्र में विधानमंडल के ऊपरी सदन के लिए 16 जुलाई को होने वाले चुनावों के बाद भारतीय जनता पार्टी विधान परिषद में प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। फिलहाल भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पास विधान परिषद में बराबर सीटें हैं। चुनाव आयोग ने पिछले सप्ताह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 11 EMLA (विधायकों द्वारा निर्वाचित) के चुनाव की घोषणा की है। जिन 11 सदस्यों की सदस्यता 27 जुलाई को समाप्त हो रही है उसमें से 4 NCP, 3 कांग्रेस, 2 भाजपा और एक-एक शिवसेना एवं शेतकरी कामगार पक्ष (PWP) के सदस्य हैं।
विधान परिषद में जो 11 सीटें खाली हो रही हैं, चुनाव के बाद भाजपा आसानी से उनमें से 5 पर कब्जा जमा सकती है। इसके अलावा शिवसेना भी 3 सीटें जीत सकती है। वहीं, कांग्रेस और NCP को एक-एक सीटें मिल सकती हैं तथा ये पार्टियां PWP के वर्तमान विधान परिषद सदस्य जयंत पाटिल को भी उनकी सीट बचाए रखने में मदद कर सकती हैं। इस समय 78 सदस्यीय विधान परिषद में NCP के 20, कांग्रेस के 18, भाजपा के 20, शिवसेना के 11, जनता दल यूनाइटेड के एक, PWP-I के एक, PRP के एक और और 6 निर्दलीय सदस्य हैं।
इस तरह चुनावों के बाद भाजपा के 23, NCP के 17, शिवसेना के 13, कांग्रेस के 16, PWP के एक, JDU के एक, PRP के एक और 6 निर्दलीय सदस्य हो सकते हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने का अंतिम तिथि 5 जुलाई है। 6 जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 9 जुलाई तक नामांकन पत्र वापस लिया जा सकेगा। 16 जुलाई को मतदान कराया जाएगा और उसी दिन शाम में मतों की गिनती और परिणाम की घोषणा की जाएगी।