संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू हो रहा है। पहले ही दिन राज्य सभा अपना नया उपसभापति चुनेगी। इस बीच बीजेपी ने 14 सितंबर के लिए राज्यसभा सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है। राज्य सभा में भाजपा के मुख्य सचेतक शिव प्रकाश शुक्ला ने आज तीन लाइन का व्हिप जारी करते हुए 14 सितंबर को सभी सांसदों को राज्य सभा में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।
राज्यसभा सचिवालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उप सभापति पद के लिए चुनाव 14 सितंबर को दोपहर 3 बजे से होंगे। उम्मीदवार 11 सितंबर दोपहर 12 बजे तक पर्चा भर सकते हैं। बता दें कि अभी तक जेडीयू के हरिवंश इस पद पर थे। हालांकि वे दोबारा राज्य सभा में चुन कर आए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डीएमके नेता तिरुची शिवा राज्यसभा उपसभापति पद के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। राज्यसभा का उपसभापति पद अप्रैल 2020 के बाद से खाली पड़ा है। पिछली बार इस पद पर बीके हरिप्रसाद विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार थे, उन्हें टीएमसी, डीएमके, लेफ्ट पार्टियों, समाजवादी पार्टी, बसपा और एनसीपी का समर्थन हासिल था।
244 सदस्यों वाली राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 123 था लेकिन कई सदस्यों के अनुपस्थित होने के कारण ये आंकड़ा घटकर 119 पर आ गया। जिस वजह से कांग्रेस पार्टी के बीके हरिप्रसाद को 20 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। हरिवंश नारायण सिंह को 125 वोट मिले जबकि बीके हरिप्रसाद को 105 वोट ही मिल पाए।
संसद सत्र मानसून सत्र 14 सितम्बर से शुरू होगा
संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू होगा। सोमवार को जारी एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 14 सितंबर को सुबह नौ बजे निचले सदन की बैठक आहूत की है। वहीं, राज्यसभा की बैठक भी उसी दिन अलग समय पर बुलायी जाएगी। एक अलग संदेश में राज्यसभा सचिवालय ने भी बताया कि राष्ट्रपति ने उच्च सदन की बैठक 14 सितंबर को ही आहूत की है। कोविड-19 दिशा-निर्देशों के तहत दोनों सदन की अलग-अलग बैठक करने का फैसला किया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने मानसून सत्र 14 सितंबर से एक अक्तूबर तक आयोजित करने की सिफारिश की थी। यहां बिना किसी अवकाश अथवा सप्ताहांत की छुट्टी के लगातार कुल 18 बैठकें होंगी। अधिकारियों ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर इस बार आयोजित होने वाले सत्र के लिए कई तैयारियां पहली बार की जा रही हैं जैसे कि सभी सासंदों की जांच की जाएगी और सामाजिक दूरी के नियमों के अनुपालन में लोकसभा और राज्य सभा की बैठकें अलग-अलग होंगी ताकि सभी चैंबरों एवं गैलरी का उपयोग सदस्यों के बैठने के लिए किया जा सके।