इंदौर: मध्य प्रदेश में अगले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनने पर 10 दिन के भीतर किसानों की कर्ज माफी करने की पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की ताजा घोषणा पर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कटाक्ष किया है। विजयवर्गीय ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, "राहुल जी, कर्ज माफी का कदम आपकी उस मशीन की तरह नहीं है जिसमें एक तरफ से आलू डालने पर दूसरी तरफ से सोना निकलता है। कांग्रेस अध्यक्ष अपनी इसी मशीन की तर्ज पर किसानों को कर्ज माफी का नया जुमला देकर गये हैं।"
उन्होंने कहा, "केंद्र और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारों से किसान खुश हैं। इसलिये राज्य में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों में न तो कांग्रेस की सरकार आयेगी, न ही वह किसानों का कर्ज माफ कर सकेगी।" विजयवर्गीय ने दावा किया कि पंजाब और कर्नाटक में सभी किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया है, जहां कांग्रेस सत्ताधारी दल के रूप में है।
उन्होंने एक सवाल पर कहा, "मेरा मानना है कि आम किसान कर्ज माफी को स्थायी समाधान नहीं मानते। वे चाहते हैं कि उन्हें उनकी फसलों की उत्पादन लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाया जाये। इस आशय की घोषणा केंद्र सरकार पहले ही कर चुकी है।" कृषक आंदोलन के दौरान गोली कांड और पुलिस की कथित पिटाई में छह किसानों की मौत की पहली बरसी पर राहुल आज मंदसौर पहुंचे थे।
भाजपा महासचिव ने कहा कि राहुल को मंदसौर के बजाय बैतूल जिले के मुल्ताई जाना चाहिये था, जहां दिग्विजय सिंह की अगुवाई वाले कांग्रेस शासनकाल में वर्ष 1998 में पुलिस गोलीबारी में 24 किसानों की मौत हो गयी थी। विजयवर्गीय ने कहा, "मुल्ताई गोली कांड में किसानों की मौत पर राहुल ने घड़ियाली आंसू क्यों नहीं बहाये। जब कांग्रेस के शासन में किसानों को गोली लगती है, तो उनकी आंखों में आंसू क्यों नहीं आते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि मुल्ताई गोली कांड में मारे गये किसानों के परिजनों को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मुआवजा नहीं दिया था और जिन पुलिसकर्मियों ने किसानों पर गोलियां चलायीं उन्हें पदोन्नत कर दिया गया था। विजयवर्गीय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समर्थन में आठ जून को इंदौर में किसान रैली निकाली जायेगी।