नई दिल्ली. BJP सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा ने सोमवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की जीत के बाद पार्टी के “गुंडों” ने भाजपा कार्यकर्ताओं की पिटाई की है और प्रतिद्वंद्वी पार्टी-तृणमूल कांग्रेस- को ‘चेतावनी’ दी कि उसके सांसदों, मुख्यमंत्री और विधायकों को भी दिल्ली आना है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाना बनाते हुए पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद ने ट्वीट किया, ‘‘टीएमसी के गुंडों ने चुनाव जीतते ही हमारे कार्यकर्ताओं को जान से मारा, भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियाँ तोड़ीं, घर में आग लगा रहें हैं। याद रखना टीएमसी के सांसद , मुख्यमंत्री , विधायकों को दिल्ली में भी आना होगा, इसको चेतावनी समझ लेना। चुनाव में हार जीत होती है, मर्डर नहीं।’’
केंद्र, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक दिन बाद सोमवार को व्यापक पैमाने पर हिंसा देखने को मिली जिसमें कथित तौर पर झड़प और दुकानों को लूटे जाने के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई तो कई घायल हो गए। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से विपक्षी कार्यकर्ताओं पर हमले की घटना में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। भाजपा ने एक पार्टी कार्यालय में कथित आगजनी का वीडियो साझा किया है जिसमें बांस की बल्लियां और छत जलती हुई नजर आ रही है तथा परेशान लोगों को चिल्लाते हुए भागते देखा जा सकता है।सोशल मीडिया पर मृत व्यक्तियों की तस्वीरें और एक दुकान से कपड़े लूट कर भागते लोगों की फुटेज वायरल हो रही है। ‘पीटीआई भाषा’ इस वीडियो की प्रमाणिकता की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं करती है। भाजपा का दावा है कि उसके कम से कम छह कार्यकर्ता और समर्थक हमलों में मारे गए हैं जिनमें एक महिला भी शामिल है। भाजपा इसका आरोप तृणमूल पर लगा रही है। भाजपा ने पत्रकारों के साथ एक वीडियो साझा किया है जिसमें नंदीग्राम में पार्टी दफ्तर में हुई तोड़फोड़ को दिखाया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस सीट पर भाजपा के शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई थीं।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रदेश के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को तलब कर उन्हें शांति बहाल करने के निर्देश दिये। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सत्ता में वापसी के एक दिन बाद हुई इन घटनाओं के बाद की स्थिति पर अफसरों से चर्चा की। धनखड़ ने गृह सचिव एक के द्विवेदी से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, “राज्य में चुनाव के बाद हिंसा की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर मैंने एसीएस गृह को तलब किया था और उन्हें चुनाव बाद हुई राज्य में हुई हिंसा व तोड़फोड़ तथा उठाए गए कदमों पर रिपोर्ट देने को कहा गया है।”
उन्होंने अलग से राज्य के पुलिस महानिदेशक पी नीरजनयन और पुलिस आयुक्त सोमेन मित्र से मुलाकात की और उन्हें कानून-व्यवस्था बहाल करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल के डीजीपी और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को चुनाव बाद आगजनी, लूटपाट और हिंसा में लोगों की जान जाने के बढ़ते मामलों पर तलब किया था। उनसे कानून-व्यवस्था बहाल करने केलिये सभी कदम उठाने को कहा गया है।”
एक प्रवक्ता ने कहा, “गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से राज्य में विपक्षी राजनीतिक कार्यकर्ताओं की निशाना बनाकर की जा रही हिंसा पर एक रिपोर्ट मांगी है।”
इस बीच ममता बनर्जी ने समर्थकों से शांति बरकरार रखने और उकसावे के झांसे में नहीं आने की अपील की है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय बलों ने चुनाव के दौरान तृणमूल समर्थकों के साथ कई ज्यादतियां कीं। उन्होंने संवादताता सम्मेलन में कहा, “परिणामों की घोषणा के बाद भी भाजपा ने कुछ इलाकों में हमारे समर्थकों पर हमला किया लेकिन हम अपने लोगों से उकसावे में नहीं आने और पुलिस से शिकायत करने का अनुरोध करते हैं।”
इस बीच बनर्जी ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिये राज्यपाल धनखड़ से मुलाकात की। राज्यपाल धनखड़ ने राजभवन में ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद कहा कि उनसे बातचीत के दौरान चर्चा का मुख्य विषय सरकार द्वारा चुनाव बाद हिंसा, आगजनी, लूट और हत्या रोकने के लिये उठाए जा रहे कदम थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट किया, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंसा में कई जानें चली गईं, कई लोग घायल हैं, घरों को आग लगा दी गई।”
इस बीच भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं। पार्टी ने ट्वीट किया, “तृणमूल कैडर के गुंडा तत्वों द्वारा चुनाव बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के खिलाफ की गई व्यापक हिंसा के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा 4-5 मई को बंगाल का दौरा करेंगे।” पार्टी ने कहा कि वह हिंसा प्रभावित पार्टी कार्यकर्ताओं के परिवारों से मिलेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ने कहा कि मारे जाने से पहले एक भाजपा कार्यकर्ता फेसबुक पर दो बार लाइव था और उसने कहा कि हमलावरों द्वारा जानवरों और बच्चों को भी नहीं छोड़ा जा रहा।
उन्होंने कई घायल लोगों की तस्वीरें भी साझा कीं। एक वीडियो में ‘हांग कांग फैशन’ नामक दुकान से युवक कपड़े लूटकर भागते हुए दिखे। उनमें से कुछ के चेहरों पर हरा रंग लगा था और संभवत: वीडियो बना रहे व्यक्ति की आवाज सुनाई दे रही है जो कहता है, “यही होना चाहिए था…हम तो मिजाज बना रहे थे।” एक अन्य वीडियो में बुर्का पहने महिलाओं का एक समूह दुकान के बाहर खड़ा है और गुस्से में चिल्लाते हुए पूछ रहा है, “यह ममता राज है कि गुंडों का राज है?” उनमें से एक ने कहा कि उसका भाई ‘हांग कांग फैशन’ चलाता है और भाजपा के लिये काम करता है।