नई दिल्ली: भाजपा सांसद नेपाल सिंह ने आज एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने टिप्पणी की कि जवान तो रोज मरेंगे सेना में और ऐसा कोई देश नहीं जहां ऐसा नहीं होता। लोकसभा में रामपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे सिंह की टिप्पणी से विपक्ष को संसद में मोदी सरकार को घेरने का नया हथियार मिल गया और कांग्रेस ने माफी की मांग की है।
आतंकी हमलों में सैनिकों की मौत के बारे में एक सवाल पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘ये तो रोज मरेंगे आर्मी में, कोई ऐसा देश है जहां आर्मी का आदमी नहीं मरता हो लड़ाई में। गांव में भी झगड़ा होता है तो एक न एक तो घायल होगा ही।’’ उनकी इस टिप्पणी से भाजपा के लिए असहज स्थिति बन गई जिसके लिए राष्ट्रवाद एक मूल आधार है।
कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिंह की टिप्पणी यह दिखाती है कि सरकार सशस्त्र बलों के जवानों की जिंदगी को लेकर गंभीर नहीं है। सिंधिया ने नेपाल सिंह के बयान को शहीदों का अपमान बताया और इस बयान के लिए सरकार से माफी मांगने को कहा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने जवाब दिया। अनंत कुमार ने कहा, ‘जवानों की शहादत पर पूरे देश को दुख है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस जवानों की शहादत पर सियासत न करे।’ वहीं, नेपाल सिंह के अजीबोगरीब बयान पर विवाद बढ़ा तो उन्होंने इसपर सफाई दी। नेपाल सिंह अपने बयान से साफ साफ मुकर गए। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया। मैंने सेना के कोई अपमान की बात नहीं की। मुझे दुख है, माफी मांगता हूं पर मैंने ऐसा कुछ कहा ही नहीं।