लखनऊ: भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने आज कहा कि प्रधानमंत्री तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार किसान हितैषी सरकार है तथा 2022 तक किसानों की समृद्धि के लिए उनकी आय में दोगुना वृद्धि के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। उन्होंने आज यहां पत्रकारों के साथ बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह गेहूं, धान, ज्वार के पौधों को पहचान लें तो वह भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष होने के नाते उनके कार्यालय जाकर उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा, राहुल गांधी अक्सर खेती और किसानी की बातें करते रहते हैं, लेकिन उनको खेती-किसानी का ककहरा तक नहीं पता है।
सांसद ने कहा कि भाजपा किसान मोर्चा किसानों की ऋण माफी, गन्ना किसानों के भुगतान, रिकॉर्ड गेहूं-धान तथा आलू की खरीद तथा किसानों के हित में अनेक निर्णयों के मद्देनजर प्रदेश में ऋषि- कृषि परम्परा सम्मेलन आयोजित कर प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्मानित करेगा। उन्होंने कहा कि कृषि इस देश में व्यवसाय नहीं, बल्कि भारत के लोगों की जीवनधारा है। भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि किसानों का सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक विकास राष्ट्र की समृद्धि के लिए नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश का संसदीय इतिहास खेत-खलिहान से होकर गुजरेगा, शासन व प्रशासन को इसका अहसास करा दिया गया है कि भारत की राजधानी दिल्ली तथा प्रदेशों की राजधानी में होने वाले निर्णय अब खेत खलिहान से होंगे।
मस्त ने कहा कि किसान संवाद कार्यक्रम के माध्यम से देश के किसानों की खुशहाली के लिए प्रधानमंत्री मोदी बहुत जल्द स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने जा रहे हैं। सरकार ने भेड़ पालन के लिए 10 भेड़ पर एक लाख तथा 100 भेड़ पर 10 लाख रुपये देने का निर्णय किया है। पशुपालन व फलदार वृक्ष लगाने जैसी अनेक योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है जो किसानों की आय को दोगुना करने में मदद करेंगे।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह गेहूं, धान, ज्वार, के पौधों को पहचान लें तो वह भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष होने के नाते उनके कार्यालय जाकर उनका स्वागत करेंगे।