नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक को ‘परिवार बचाओ कार्य समिति’ बताया। साथ ही भगवा दल ने आरोप लगाया कि CWC की बैठक में कांग्रेस की अंदरूनी अनबन एवं इसके नेतृत्व की विफलता के मुद्दों पर कोई समाधान नहीं निकला और इसके बजाए यह झूठ फैलाने में लगी रही। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सिंघु बॉर्डर पर एक दलित व्यक्ति की हत्या पर प्रतिक्रिया नहीं देने के लिए भी CWC की आलोचना की, जो किसान प्रदर्शन का एक स्थल है और पूछा कि क्या विपक्षी दल हत्या में ‘तालिबानी मानसिकता’’ वालों के साथ है।
‘अराजक तत्व अपनी राजनीति के लिए किसानों का इस्तेमाल कर रहे’
भाटिया ने कहा कि अराजक तत्व अपनी राजनीति के लिए किसानों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘तुच्छ वोट बैंक राजनीति के कारण विपक्षी दल और खासकर कांग्रेस इस प्रमुख मुद्दे पर घोर चुप्पी साध लेंगे। उनमें गलत को गलत कहने की हिम्मत नहीं है क्योंकि यह उनके राजनैतिक विमर्श के अनुकूल नहीं है।’ भाटिया ने किसान नेता राकेश टिकैत के बयान की भी आलोचना की जिन्होंने कहा था कि इस तरह की घटना के लिए आयोजक को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। सोनिया गांधी के यह कहने पर कि वह कांग्रेस की ‘पूर्णकालिक अध्यक्ष’ हैं, भाटिया ने कहा कि वह संगठन की अंतरिम अध्यक्ष हैं।
‘यह कांग्रेस कार्य समिति कम और परिवार बचाओ कार्य समिति ज्यादा है’
भाटिया ने कहा, ‘यह कहना गलत नहीं होगा कि यह कांग्रेस कार्य समिति कम और परिवार बचाओ कार्य समिति अधिक है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी के उद्घाटन भाषण में पार्टी के समक्ष उत्पन्न कई मुद्दों का जिक्र नहीं किया गया और कांग्रेस शासित विभिन्न राज्यों में लोगों के सवालों के जवाब नहीं मिले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर झूठ और भ्रम फैलाने की राजनीति पर आगे बढ़ी। उनका इशारा सोनिया द्वारा मोदी सरकार पर कई मुद्दों को लेकर किए गए हमलों की तरफ था जिसमें ‘तीन कृषि कानून’, जम्मू-कश्मीर में हत्याएं, लखीमपुर खीरी हिंसा और अर्थव्यवस्था की दशा शामिल थी।