रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सली हमले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक की मृत्यु पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि नक्सलियों को गोली का जवाब उन्हीं की भाषा में दिया जाएगा। बघेल ने नक्सली हमले में मृत दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक भीमा मंडावी को श्रद्धांजलि दी और कहा कि यह झीरम घाटी हमले के बाद संसदीय लोकतंत्र पर बड़ा हमला है। मुख्यमंत्री ने घटना की निंदा की और कहा कि इस पीड़ा को हमसे ज्यादा कौन समझेगा जिसने अपने नेताओं की पूरी पीढ़ी को खोया है।
बघेल ने कहा, बौखला गए हैं नक्सली
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार बस्तर समेत पूरे राज्य में आदिवासियों का विश्वास जीतने का लगातार प्रयास कर रही है, इसलिए नक्सली बौखला गए हैं। इसी बौखलाहट में ही नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है।’ बघेल ने कहा कि नक्सलियों का लोकतंत्र के प्रति विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वह लोकतंत्र को सफल नहीं होने देना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से इस समस्या से जूझ रहा है। हम लगातार लड़ते रहे हैं। हम एक बार फिर दृढ़ता के साथ संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपनी लड़ाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। हमारी सरकार इसे परास्त करके ही रहेगी। नक्सलियों को गोली का जवाब उन्हीं की भाषा में दिया जाए।’
‘भीमा मांडवी पुलिस की बात मानते तो हमारे बीच होते’
भारतीय जनता पार्टी द्वारा इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताए जाने के सवाल पर बघेल ने कहा कि मंडावी को पूरी सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। उन्होंने कहा, ‘उनके साथ DRG के 50 जवान तैनात थे। जिस स्थान पर यह घटना हुई है, वहां जाने के लिए उन्हें पहले ही मना किया गया था। उनकी सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई और न ही यह कोई षड्यंत्र है। भीमा मंडावी को पुलिस ने रोका था। अगर वह मान गए होते तो आज हमारे बीच होते। उन्हें नहीं जाना चाहिए था, वह चले गए और यह घटना हो गई।’
बघेल ने सूचना तंत्र की नाकामी से किया इनकार
बघेल ने कहा कि इस घटना का कारण सूचना तंत्र की नाकामी भी नहीं है। सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र में सुरक्षा नहीं होने की जानकारी पुलिस ने पहले ही विधायक को दी थी। उन्होंने कहा कि भीमा मंडावी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वह बुधवार को दंतेवाड़ा जाएंगे तथा इस घटना में शहीद जवानों को पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कहा है इस घटना के पीछे राजनीतिक साजिश है। पार्टी ने इस घटना की CBI जांच की मांग की है।
भाजपा ने लगाया राजनीतिक साजिश का आरोप
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अनिल जैन ने दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में भीमा मंडावी और जवानों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 100 दिन पुरानी नक्सल संरक्षक कांग्रेस सरकार के कारण नक्सलियों ने इस कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया है। यह राजनीतिक साजिश है और कांग्रेस इससे अपना दामन नहीं बचा सकती। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। वहीं, पार्टी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि 11 अप्रैल को होने जा रहे मतदान के लिए सम्पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाए तथा सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित सारा नियंत्रण केवल भारत निर्वाचन आयोग के पास होना चाहिए।
भाजपा ने कहा, कांग्रेस सरकार नक्सल समर्थक
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में भाजपा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार नक्सल समर्थक सरकार है। इस सरकार की राजनीतिक साजिश के कारण यह घटना हुई है। बीजेपी इस घटना की CBI जांच की मांग करती है। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर भाजपा विधायक के वाहन को उड़ा दिया। इस घटना में दंतेवाड़ा क्षेत्र के विधायक भीमा मंडावी, वाहन चालक और तीन निजी सुरक्षा अधिकारियों की मृत्यु हो गई। दंतेवाड़ा बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस क्षेत्र में 11 तारीख को मतदान है।