नई दिल्ली: दिल्ली में 'हुनर हाट' भले ही रविवार को खत्म हो रहा है, लेकिन इसने अपने पीछे लिट्टी-चोखा पर सियासत जरूर शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 19 फरवरी को हुनर हाट में लिट्टी चोखा खाते ही, राजनेताओं में खासकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में लिट्टी-चोखा खाने की होड़ सी लग गई है। एक के बाद एक कई नेता हुनर हाट में प्रधानमंत्री के स्वाद में ही अपना स्वाद खोजते नजर आए। हुनर हाट में प्रधानमंत्री मोदी का अनुसरण करने वालो में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, महेंद्र नाथ पांडे, जितेंद्र सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, हरदीप सिंह पुरी, पीयूष गोयल और अनिल जैन दिखे।
वेज से लेकर नॉन वेज तक सब था उपलब्ध
हुनर हाट में लिट्टी-चोखा के अलावा कई शाकाहारी और नॉनवेज स्टॉल भी लगे हैं, जो स्वाद में किसी भी व्यजंन से कम नहीं हैं। लेकिन प्रधानमंत्री चूंकि शाकाहारी हैं और उन स्टॉल तक वो गए भी नहीं, लिहाजा नेताओ में से किसी ने भी उधर की ओर रूख नही किया। वैसे लोगों की मानें तो हुनर हाट में लगाया गया लिट्टी-चोखा का काउंटर अन्य व्यंजनों की अपेक्षा काफी फीका था और उसका दाम भी काफी रखा गया था। इसके बावजूद प्रधानमंत्री के लिट्टी-चोखा का स्वाद चखने के बाद राजनेताओं में इसे चखने की होड़-सी लग गई और बिहार की चुनावी सियासत भी चल निकली।
लिट्टी-चोखा पर सियासत भी हुई शुरू
हुनर हाट में शनिवार को लिट्टी-चोखा का स्वाद लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि लिट्टी-चोखा को बिहार के चुनाव से जोड़ना ठीक नही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस प्रकार के व्यंजन पसंद करते हैं। दरअसल मोदी के लिट्टी-चोखा खाने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजप्रताप यादव का स्टैंड छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से अलग है। तेजस्वी ने जहां प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया था और कई मांगें भी रखी थीं, लेकिन तेजप्रताप ने पीएम के बिहारी व्यंजन प्रेम पर तंज कसा। तेज ने नारा गढ़ते हुए प्रधानमंत्री से भोजपुरी में कहा है कि 'कतनो खाइब लिट्टी-चोखा, बिहार ना भूली राउर धोखा'।
‘बिहार में कुछ लोगों के पेट में दर्द’
इसके बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि ‘प्रधानमंत्री के लिट्टी-चोखा खाने पर बिहार में कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगा है। यह सुखद संयोग था कि जिस दिन बिहार सरकार किसानों से पटना में संवाद कर रही थी, किसानों की आमदनी दोगुनी करने के उपायों पर चर्चा कर रही थी और हर हिंदुस्तानी की थाली तक बिहारी व्यंजन पहुंचाने का सपना पूरा करने के लिए कुछ फैसले कर रही थी, उस दिन दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़े चाव से प्रसिद्ध बिहारी व्यंजन लिट्टी-चोखा का स्वाद ले रहे थे। प्रधानमंत्री ने लिट्टी-चोखा और अनरसा खाकर इस व्यंजन का ही नहीं, किसानों और मजदूरों का भी मान बढ़ाया है।’