नयी दिल्ली: उत्तर पूर्व दिल्ली के मौजपुर चौक पर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में भीड़ को संबोधित करते हुए दिये गये अपने भाषण पर उठे विवाद के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि वह सच बोलने पर अपने खिलाफ चलाये जा रहे नफरत वाले अभियान से डरते नहीं हैं और कानून का समर्थन कर रहे हैं।
पूर्व आप विधायक और हाल के दिल्ली विधानसभा चुनाव में मॉडल टाउन से भाजपा के टिकट पर हार चुके कपिल मिश्रा ने रविवार को जाफराबाद इलाके के मौजपुर चौक में सीएए के समर्थन में सभा को संबोधित किया था जिसके बाद ही दोनों पक्षों के बीच झड़पें शुरू हुईं।
मिश्रा ने मंगलवार को ट्वीट किया कि उन्हें गाली दी जा रही हैं और जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन करके उन्होंने कोई अपराध नहीं किया। मिश्रा ने कहा, ‘‘मुझे कई लोगों ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। नेताओं और पत्रकारों समेत कई लोग मुझे गाली बक रहे हैं। मैं डरता नहीं क्योंकि मैंने कुछ गलत नहीं किया।’’
वहीं अपने एक और ट्वीट में आप नेता संजय सिंह के एक ट्वीट का जवाब देते हुए कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, 'ये बताओ संजय सिंह-AAP के 62 MLA कल सारे दिन कहाँ थे? केजरीवाल और सिसोदिया कल सारे दिन कहां थे? केजरीवाल सरकार, मौलवियों को 44000 रुपये तनख्वाह देती है- तो मस्जिदों से दंगे रोकने का ऐलान क्यों नहीं हो रहा? सड़कें खोलने की अपील क्यों नहीं की केजरीवाल ने? हैं कोई जवाब?'
पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने मंगलवार को मिश्रा समेत भड़काऊ भाषण देने वाले किसी भी शख्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वकालत की। गंभीर ने पटपड़गंज में मैक्स अस्पताल में भर्ती पुलिस अधिकारियों को देखने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो भी भड़काऊ भाषण दे, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो, कपिल मिश्रा समेत जो भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’’