मुंबई: भारतीय जनता पार्टी के नेता एकनाथ खडसे ने आज विधानभवन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इन दोनों की मुलाकात के बाद तरह-तरह के राजनीति मायने निकाले जा रहे हैं। इससे पहले एकनाथ खडसे ने सोमवार को दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार में जमीन कब्जाने के आरोपों के चलते 2016 में उन्होंने राजस्व मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा के अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने के बाद पार्टी के कुछ निर्णयों के खिलाफ 67 वर्षीय नेता ने आवाज उठाई थी। विधानसभा चुनावों में उन्हें टिकट नहीं दिया गया था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी से कोई दिक्कत नहीं है और इसे छोड़ने के लिए उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया है। उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर कयासबाजियां तेज हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने तीन दिन पहले पार्टी नेतृत्व पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि अगर उनका ‘‘अपमान’’ जारी रहा तो वह ‘‘दूसरे विकल्पों’’ पर गौर करेंगे।
विधान भवन के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि उत्तर महाराष्ट्र के अपने गृह जिले जलगांव में 6500 करोड़ रुपये की दो लंबित सिंचाई परियोजनाओं के सिलसिले में उन्होंने पवार से मुलाकात की थी। खडसे ने कहा कि उन्होंने ठाकरे से आग्रह किया कि भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे का स्मारक औरंगाबाद में बनाने के काम में तेजी लाई जाए।
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