नई दिल्ली: यूपी बीजेपी के नेता दयाशंकर सिंह ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ बेहद अपमानजनक और विवादों को जन्म देने वाला बयान दिया जिसके तुरंत बाद बीजेपी ने कार्यवाई करते हुये दयाशंकर सिंह को उत्तर प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया।
इस बयान पर गया पद
दयाशंकर ने कहा था, 'मायावती टिकट बेच रही हैं, वे बेहद बड़ी नेता हैं, तीन बार की मुख्यमंत्री, लेकिन वे उन्हें टिकट दे रही हैं जो उन्हें एक करोड़ रुपये दे रहा है। यदि दोपहर को कोई दो करोड़ रुपये लेकर आ जाएगा तो वे पिछले प्रत्याशी का टिकट खारिज करते हुए उसे बतौर प्रत्याशी चुन लेंगी।' इसके बाद उन्होंने मायावती के खिलाफ अपशब्दप का इस्तेमाल किया।
मायावती ने जताया कड़ा विरोध
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा था कि यूपी में बीएसपी की स्थिति दिन-प्रतिदिन मजबूत होने के चलते यह बीजेपी की कुंठा को ही दर्शाता है।
मामले में सख्तर तेवर अपनाने के संकेत देते हुए बीएसपी सुप्रीमो ने संसद में कहा, 'देश को उस नेता को माफ नहीं करना चाहिए जिसने मुझे अपशब्दन कहे।' संसद में इस दौरान कई नेता उनके पक्ष में खड़े नजर आए। मायावती ने कहा, 'संसद में और बाहर, ज्याहदातर लोग मुझे 'बहनजी' या 'बहन' कहकर संबोधित करते हैं। ऐसे में जिस शख्सट ने मेरे लिये ऐसा बयान देकर मुझे नहीं बल्कि अपनी बहन को ही अपशब्दे कहे हैं। उन्हों्ने चेतावनी भरे लहजे में कहा , 'यदि इस व्य क्ति के खिलाफ उसकी पार्टी (बीजेपी) ने कार्रवाई नहीं की तो पूरे देशभर में प्रदर्शन किये जाएंगी।'
'व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत पीड़ा हुई'
मायावती पर की गई अमर्यादित टिप्पणी पर राज्यसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने रोष जाहिर करते हुए कहा कि व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत पीड़ा हुई है कि किसी भाजपा के सदस्य ने मायावती के लिए ऐसे शब्दोंर का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि इस बयान के बाद मायावतीजी से हमने दुख जाहिर हम इस मामले को देखेंगे और मैं बताना चाहूंगा कि हम मायावती के साथ हैं।