नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कर्नाटक और गोवा में विधायकों के कथित तौर पर पाला बदलने की पृष्ठभूमि में दलबदल पर एक सख्त कानून बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने गुरूवार को एक ट्वीट में भाजपा पर कर्नाटक और गोवा में विधायकों को अपने पक्ष में करने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘समय आ गया है जब दलबदल करने वालों की सदस्यता समाप्त करने वाला सख्त कानून देश में बने।''
मायावती ने दूसरे ट्वीट में आरोप लगाया कि भाजपा ईवीएम में गड़बड़ी और धनबल जैसी तिकड़मों के जरिये केन्द्र की सत्ता में दोबारा आ गई लेकिन 2018 और 2019 में देश में हुए विधानसभा चुनावों में हुई अपनी हार की खीझ निकालते हुए वह अब गैर भाजपा सरकारों को गिराना चाह रही है। ‘‘बसपा इसकी कड़ी निंदा करती है।’’
वहीं कर्नाटक और गोवा मामलों के विरोध में कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से बहिर्गमन किया। दोनों राज्यों में पार्टी के कई विधायक या तो सदन छोड़ चुके हैं या भाजपा में शामिल हो गए हैं। सदन में उस वक्त हंगामा हो गया, जब शून्यकाल के दौरान कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध स्पीकर ओम बिरला द्वारा स्वीकार नहीं किया गया।
तब उत्तेजित कांग्रेस के सांसदों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया। यह कई दिनों में पार्टी का तीसरा वाकआउट था। कांग्रेस ने गुरुवार को गोवा का मुद्दा उठाया, जहां 15 में से 10 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है, जिससे विधानसभा में कांग्रेस के पास सिर्फ पांच सदस्य ही रह गए हैं।