तिरुवनंतपुरम: केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश दिए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही सियासी संग्राम जारी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी तिरुवनंतपुरम में सबरीमाला संरक्षण रथयात्रा निकालने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा इस रथयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। भाजपा की यह रथयात्रा मंदिर की परंपरा और रिवाजों को बचाने का दावा करते हुए निकाली जा रही है।
भाजपा समेत कई पार्टियों का विरोध
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रथयात्रा की शुरुआत केरल के कारगोड जिले से होगी। इसके बाद यह रथयात्रा सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 13 नवंबर को इरुमली पहुंचकर समाप्त होगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान केरल भाजपा अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहेंगे। यात्रा की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि भाजपा और केरल सरकार में जमकर सियासी संग्राम होगा। गौरतलब है कि केरल सरकार जहां अदालत के फैसले को हर हाल में लागू करने की बात कर रही है, वहीं भाजपा समेत कई अन्य पार्टियां फैसले के खिलाफ सड़क पर उतर आई हैं।
मौलाना और बिशप भी होंगे शामिल
इससे पहले पिल्लई ने रथयात्रा का ऐलान करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पी. विजयन जिस तरह से सबरीमाला के मुद्दे को हैंडल कर रहे हैं, उससे जल्द ही केरल पूरी तरह कम्युनिस्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा था कि 8 नवंबर को निकलने वाली राथयात्रा में सैकड़ों संन्यासियों के अलावा 62 बिशप और 12 मौलाना भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा था कि हमें किसी भी हालत में रोकना संभव नहीं है।
सबरीमाला पहुंच सकते हैं अमित शाह
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 16 नवंबर को नियमित वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए खुल रहे मंदिर के कपाट में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के भी शामिल होने की संभावना है। आपको बता दें कि भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करते हुए अमित शाह ने कहा था कि कन्नूर हमारे लिए तीर्थस्थल जैसा है। अयप्पा के भक्तों पर दमन का कुचक्र चलाया जा रहा है, बीजेपी अयप्पा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी।