नयी दिल्ली: हाल के उपचुनाव में हार का सामना करने वाली भाजपा ने राजस्थान और मध्यप्रदेश में पार्टी के संगठनात्मक बदलाव की पहल की है। पार्टी ने सांसद राकेश सिंह को आज मध्यप्रदेश पार्टी इकाई का प्रमुख नियुक्त किया और जल्द ही राजस्थान में भी नया अध्यक्ष नियुक्त करेगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राकेश सिंह को मध्यप्रदेश पार्टी इकाई का प्रमुख नियुक्त किया । वे राज्य के जबलपुर संसदीय सीट से सांसद हैं और लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक हैं। उन्होंने नंद कुमार सिंह चौहान का स्थान लिया जो इस पद पर साल 2014 से कार्यरत थे।
भाजपा के बयान में कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष ने नंद कुमार सिंह चौहान, सांसद अशोक परनामी (राजस्थान) और डा. के हरिबाबू (आंध्रप्रदेश) को भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति का सदस्य नियुक्त किया। अशोक परनामी ने आज राजस्थान प्रदेश पार्टी इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। डा. के हरिबाबू ने भी आंध्रप्रदेश भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राजस्थान और आंध्रप्रदेश में नये पार्टी प्रमुख के नामों की घोषणा जल्द की जायेगी। अशोक परनामी ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा, ''मैंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को 16 अप्रैल को दे दिया था। मैं पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करता रहूंगा। पिछले चार सालों में मैंने पार्टी को सशक्त करने का कार्य किया है और भविष्य में भी अपनी जिम्मेदारी निभाता रहूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी में जिम्मेदारी देने की व्यवस्था है। राष्ट्रीय अध्यक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान दिया है तो निश्चित रूप से अपनी क्षमताओं के अनुसार मैं अपना कार्य करूंगा।’’ मध्यप्रदेश में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष में बदलाव की पहल ऐसे समय में की गई है जब इसी वर्ष राज्य में 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा का चुनाव होना है। राज्य में भाजपा पिछले 15 वर्षो से सत्ता में है।
सूत्रों ने बताया कि भोपाल में कल रात प्रदेश भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक में सिंह के नाम को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के संगठन महामंत्री राम लाल मौजूद थे। इस पद के लिये प्रदेश के पूर्व पार्टी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नाम पर भी चर्चा चल रही थी। साल 2013 में जब पार्टी ने राज्य में जीत दर्ज की थी तब तोमर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष थे।
राजस्थान में भी इसी वर्ष चुनाव होना है जहां समझा जाता है कि भाजपा को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल सकती है । पार्टी को हाल ही में दो लोकसभा सीटों के लिये हुए उपचुनाव में हार का सामना करना था। आंध्रप्रदेश में हाल ही में भाजपा चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार से अलग हुई है। यह कदम उसने तेलगू देशम पार्टी के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होने के निर्णय के मद्देनजर लिया था । भाजपा आंध्रप्रदेश में अपना आधार बढ़ाने को प्रयासरत है।