नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कहा कि असहिष्णुता के खिलाफ कांग्रेस का मार्च और कुछ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के मामलों में 'जांच के खिलाफ असहिष्णुता' है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और जी.वी.एल. नरसिम्हा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के मार्च पर पार्टी की प्रतिक्रिया दी। इन्होंने कहा कि कांग्रेस ने असहिष्णुता के खिलाफ मार्च उस वक्त निकाला है, जब भ्रष्टाचार के मामलों में 'दामाद' के खिलाफ जांच काफी आगे पहुंच गई है।
पात्रा ने कहा, "यह और कुछ नहीं, बल्कि सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा जैसे उनके लोगों के खिलाफ मामलों की जांच के विरोध में एक मार्च था।" पात्रा ने राजस्थान के बीकानेर में फर्जी नामों से किए गए जमीन सौदों की जानकारी देते हुए कहा कि जब वाड्रा के खिलाफ मामला गर्माने लगा तो कांग्रेस ने ध्यान बंटाने के लिए यह मार्च निकाला है। उन्होंने कहा, "जब कभी जांच होती है, कांग्रेस ऐसी ही चीजें लेकर आ जाती है। जांच अब आपके दरवाजे तक पहुंच चुकी है।"
वहीं, इसके जवाब में वाड्रा ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि केंद्र सरकार जब-जब खुद को असुरक्षित पाती है, उनके ऊपर निशाना साधना शुरू कर देती है। वाड्रा ने फेसबुक पेज पर लिखा, "लीजिए..वे फिर शुरू हो गए..जब कभी ये असुरक्षित होते हैं, मेरे खिलाफ कुछ न कुछ झूठा आरोप गढ़ लेते हैं। देश अब इनकी ऐसी चालबाजियों के बहकावे में नहीं आने वाला।"
गौरतलब है कि कांग्रेस ने देश में बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ अपना विरोध और चिंता जताने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में मंगलवार को संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला।