पणजी: गोवा में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) ने बीमार चल रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के महीने भर के अंदर अपना पद छोड़ने की बुधवार को मांग की। साथ ही, पार्टी ने चेतावनी भी दी कि इसमें नाकाम रहने पर वह आगे कोई फैसला लेगी।
एमजीपी अध्यक्ष दीपक धावलीकर ने कहा कि लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है और वे लोग पर्रिकर की बीमारी से पैदा हुए मौजूदा संकट का कुछ हल चाहते हैं।
गौरतलब है कि पर्रिकर (62) पिछले कुछ महीनों से बीमार हैं। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) से छुट्टी मिलने के बाद वह फिलहाल अपने घर में हैं। धावलीकर ने कहा कि राज्य के लोग मुख्यमंत्री की लंबे समय से गैर मौजूदगी के चलते प्रशासन के ध्वस्त हो जाने के बारे में शिकायतें कर रहे हैं।
एमजीपी नेता ने कहा कि चूंकि पर्रिकर स्वास्थ्य कारणों को लेकर घर पर ही रह रहे हैं, इसलिए स्वस्थ होने तक उन्हें प्रभार किसी वरिष्ठ मंत्री को सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री द्वारा प्रभार सौंपे जाने के लिए हम एक महीने तक इंतजार करेंगे... आगे कोई फैसला करने से पहले पार्टी की केंद्रीय कमेटी बैठक करेगी और हालात पर चर्चा करेगी।’’
गोवा विधानसभा में 40 सदस्य हैं। अपने तीन विधायकों के साथ एमजीपी भाजपा का समर्थन कर रही है जिसके 14 विधायक हैं। पर्रिकर नीत सरकार को गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन सदस्य, तीन निर्दलीय विधायक और राकांपा के एक विधायक का भी समर्थन प्राप्त है।