नई दिल्ली: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सुशासन सवालों के घेरे में आ गया है। नेता से लेकर अफसर तक की जान सुरक्षित नहीं है। 24 घंटे के भीतर बिहार में दो मर्डर से दहशत फैल गई है। हाजीपुर में आरएलएसपी नेता की हत्या हुई तो पटना में योजना विभाग के अंडर सेक्रेट्री राजीव कुमार को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। पटना के बेहद पॉश सचिवालय थाने इलाके में रहते थे प्लानिंग डिपार्टमेंट के अंडर सेक्रेट्री राजीव कुमार। रात में घर का ताला तोड़कर तीन बदमाश लूट के इरादे से घुसे, परिवार को बंधक बनाया, लूटपाट की और जब राजीव कुमार ने विरोध किया तो उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
अंडर सेक्रट्री राजीव कुमार को गोली मारने के बाद बदमाश फरार हो गए। आनन फानन में राजीव कुमार को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। खास बात ये है कि ये सनसनीखेज वारदात सचिवालय से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई। उधर पुलिस का दावा है कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी होगी। सचिवालय इलाके में तड़के हुई इस वारदात के बाद हर कोई दहशत में है।
वहीं दूसरी घटना बिहार के वैशाली जिले की है। जन्दाहा ब्लॉक के दफ्तर में ब्लॉक प्रमुख और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता मनीष सहनी को दिनदहाड़े गोली मार दी गई। बाइक सवार दो बदमाशों ने दफ्तर में घुसते ही मनीष सहनी पर ताबड़तोड़ गोलियां दागकर मौत के घाट उतार दिया। जिस प्रखंड दफ्तर में ब्लॉक प्रमुख को गोली मारी गई, नाराज़ भीड़ ने उस पूरे परिसर में तोड़फोड़ की।
ब्लॉक दफ्तर में तोड़फोड़ के बाद भीड़ थोड़ी ही दूरी पर मौजूद थाना पहुंची और थाने में भी आग लगा दी गई। मामला राजनीतिक रंजिश का है। आरोपों के मुताबिक मनीष सहनी को विरोधी पक्ष ने चुनाव लड़ने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी और बात ना मानने पर गोली मार कर हत्या कर दी गई। अपने ब्लॉक प्रमुख के मर्डर से नाराज़ RLSP अध्यक्ष और मोदी सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “नीतीश जी, क्या यही दिन देखने के लिए समता पार्टी के दौर में आपके नेतृत्व में मेरे जैसे हजारों नौजवानों ने अपनी जवानी के 12 वर्ष कुर्बान किए थे। कितनी लाशों के बाद होश में आएगा शासन। वैशाली जिला आरएलएसपी अति-पिछड़ा प्रकोष्ट के जिला अध्यक्ष मनीष सहनी की हत्या आम घटना नहीं है। गोली चलने की आवाज थाना के अंदर तक पहुंची होगी। प्रखंड कार्यालय और जन्दाहा थाना के बीच आधी सांस में पहुंचा जा सकता है। फिर भी अपराधी फरार। आखिर क्या है यह।“
हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव बना हुआ है। भारी तादाद में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं लेकिन लगातार एक के बाद एक हो रही अपराध की घटनाओं ने नीतीश के सुशासन पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।